Bhopal News: महिला थाना पुलिस ने शनिवार शाम को एक महिला को सकुशल छुड़ाया, जो पिछले 16 सालों से अपने ससुराल में 'बंदी' थी.
महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पुलिस के मुताबिक, उसे 2008 से अपने मायके वालों से मिलने नहीं दिया जा रहा था. इस करतूत के पीछे की असली वजह उसके ससुराल वालों के बयान दर्ज होने के बाद ही पता चलेगी. एसएचओ महिला थाना शिल्पा कौरव ने बताया कि नरसिंहपुर निवासी 75 साल के किशनलाल साहू ने शिकायत दर्ज कराई है. वे अपने दो बेटों और एक बेटी के साथ पुलिस स्टेशन पहुंचे थे.
किशनलाल ने बताया कि उनकी बेटी रानू साहू की शादी 2006 में हुई थी, लेकिन 2008 से उसके ससुराल वालों ने उसे उसके मायके वालों से मिलने नहीं दिया. हालांकि किशनलाल और उसके परिवार को कभी-कभी पड़ोसियों की ओर से रानू और उसके दो बच्चों की सेहत के बारे में बताया जाता था, लेकिन हाल ही में उन्हें पता चला कि रानू की तबीयत खराब हो गई है और उसके बच्चों को कहीं और भेज दिया गया है.
चिंतित होकर किशनलाल ने अपनी बेटी को बचाने के लिए मदद मांगी. शिकायत के बाद महिला थाना पुलिस ने सीनियर अधिकारियों को सूचित किया और जहांगीराबाद पुलिस से सहायता का अनुरोध किया.
एसएचओ कौरव ने बताया कि पुलिस टीम के साथ बताए गए पते पर पहुंचने पर रानू के ससुराल वालों ने पुष्टि की कि वह घर की दूसरी मंजिल पर है. पुलिस ने उसे प्लास्टिक की चारपाई पर लेटा हुआ पाया, उसके पास एक प्लेट में रोटी का टुकड़ा और आलू के कुछ टुकड़े रखे हुए थे. वह बोलने या बातचीत करने की स्थिति में नहीं थी. पुलिस ने उसे तुरंत बचाया और तत्काल उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया.
एसएचओ कौरव ने बताया कि बुजुर्ग पिता की शिकायत की पूरी जांच की जाएगी. रानू के ठीक होने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि उसके ससुराल वालों ने उसे इतने लंबे समय तक क्यों बंधक बनाकर रखा और उसे अपने परिवार से मिलने से क्यों रोका.