Age No Barrier: उम्र कोई बाधा नहीं होती... इस कहावत को 72 साल की महिला ने साबित कर दिया है. बुजुर्ग महिला शुक्रवार को नागपुर के आर्य नगर में अपने घर में घुसे हथियारबंद लुटेरों का ढाई घंटे तक डटकर सामना करती रही. आखिर में बदमाशों को वहां से भागना पड़ा. हालांकि, भागते-भागते बदमाश महिला के घर से कुछ-कुछ सामान ले गए, लेकिन महिला ने साहस दिखाते हुए ज्वेलरी समेत अन्य कीमती सामानों को लूटने से बचा लिया.
बताया जा रहा है कि घर में घुसे बदमाशों में से एक को महिला ने कॉलर से पकड़कर नीचे गिरा दिया. इस दौरान महिला ने सोने का मंगलसूत्र, एक अंगूठी और 900 कैश बचा लिया. फिलहाल, 72 साल की दादी रमाला को शहर के एक प्राइवेट अस्पताल के आईसीयू में एडमिट कराया गया है.
जानकारी के मुताबिक, हथियारों से लैस लुटेरे उस वक्त बुजुर्ग महिला के घर में घुसे, जब वो अकेली थी. घर में पहुंचते ही लुटेरों ने बुजुर्ग महिला को चाकू से धमकाते हुए फटे हुए पर्दे से उन्हें बांधने की कोशिश की, लेकिन उसने जोरदार तरीके से लुटेरों की इस कार्रवाई का विरोध किया.
लुटेरों ने बुजुर्ग महिला से घर में रखी अलमारी की चाबियां मांगी, लेकिन उसने उन्हें देने से इनकार कर दिया. इस दौरान एक बदमाश ने उनके चेहरे पर वार कर दिया, जिसके बाद उनके चेहरे से खून बहने लगा. इसके बावजूद बुजुर्ग महिला लुटेरों का सामना करती रही और बहादूरी से घर के कीमती सामानों को बचा लिया.
बताया जा रहा है कि रमाला ने गैस सिलेंडर की डिलीवरी की उम्मीद में घर के दरवाजे खुले छोड़ दिए थे. जब डिलीवरी करने वाला लड़का आया, तो लुटेरों में से एक ने उसे भगा दिया. आखिरकार, बुजुर्ग महिला के विरोध के बाद निराश लुटेरों ने जो कुछ भी मिला, उसे लेकर भागने का फैसला किया.
पुलिस के मुताबिक, 72 साल की रमाला ने अपने दांतों का इस्तेमाल करके खुद को छुड़ाया और शोर मचाया. उनका बेटा इंजीनियर है. घर पहुंचने के बाद उसने अपनी मां को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया. कोराडी पुलिस स्टेशन और क्राइम ब्रांच ने घटना पर प्रतिक्रिया दी है और सीसीटीवी फुटेज हासिल की है. एक सीनियर अधिकारी के अनुसार, लुटेरे पुराने अपराधी हैं. फिलहाल, उन्हें पकड़ने की कोशिश की जा रही है.