सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है. जिसमें कहा गया है कि युद्ध से लौट रहे सेनाओं के घर में अधिक लड़के पैदा होने लगे हैं. दरअसल पिछले कई सालों से जुटाए गए अलग-अलग डेटा के माध्यम से वैज्ञानिकों ने पाया कि रिटर्निंग सोल्जर इफ़ेक्ट की वजह से सैनिकों के घर अधिक संख्या में लड़के ही पैदा होते हैं. यह पहली बार 1954 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका में पैदा हुए गोरे बच्चों के संबंध में देखा गया था. तब से युद्ध का अनुभव करने वाले देशों ने उसी प्रवृत्ति का पालन किया गया है.
वैज्ञानिकों का मानना है कि युद्धों के बाद घर लौटने वाले सैनिकों के हार्मोनल स्तर में परिवर्तन हो सकता है. युद्ध का तनाव और घर वापसी की राहत उनके शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ा सकती है, जिससे लड़कों के जन्म की संभावना बढ़ती है.
युद्ध का तनाव और घर वापसी की राहत उनके शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ा सकती है, जिससे लड़कों के जन्म की संभावना बढ़ती है. यह प्रभाव सैनिकों की पत्नियों या महिलाओं के गर्भधारण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.