British student Laura sells virginity for Rs 18 crore: एक ऐसी खबर जो आपको चौंका सकती है. शायद इससे पहले आपने इस तरह की खबर सुनी भी न हो. खबर है वर्जनिटी बेचने की. जी हां, 22 साल की एक छात्रा ने हॉलीवुड स्टार से 18 करोड़ रुपये में अपनी वर्जनिटी बेची है. 22 साल की छात्रा, लौरा (Laura), ने अपनी वर्जिनिटी को 18 करोड़ रुपये (लगभग 1.7 मिलियन पाउंड) में एक ऑनलाइन नीलामी के माध्यम से बेच दिया. यह नीलामी एक मशहूर एस्कॉर्ट एजेंसी की वेबसाइट पर आयोजित की गई थी, जिसमें कई प्रभावशाली हस्तियों ने अपनी बोली लगाई. अंततः, सबसे उच्चतम बोली एक हॉलीवुड स्टार की तरफ से आई, जिसने लौरा की वर्जिनिटी को इस रिकॉर्ड तोड़ कीमत पर खरीदा.
लौरा बोलीं नहीं है पछतावा
लौरा, जो मैनचेस्टर, यूके से हैं, एक धार्मिक परिवार से ताल्लुक रखती हैं. लेकिन उन्होंने अपने इस फैसले पर कोई पछतावा नहीं जताया. लौरा ने बताया कि उन्होंने इसे एक व्यावहारिक कदम के रूप में देखा, जो उन्हें वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद करेगा. उन्होंने कहा, “कई लड़कियां अपनी वर्जिनिटी खो देती हैं और उन्हें इसके बदले कुछ भी नहीं मिलता. कम से कम मैंने अपने भविष्य को सुरक्षित किया है."
लौरा का यह कदम व्यक्तिगत पसंद और आर्थिक मजबूरी का मिलाजुला परिणाम था. उनका मानना है कि वर्जिनिटी अब सिर्फ एक पारंपरिक मूल्य नहीं रह गई है, बल्कि इसे एक संपत्ति के रूप में देखा जा सकता है.
कई अमीरजादों ने वर्जनिटी खरीदने के लिए लगाई बोली
लौरा की वर्जिनिटी के लिए नीलामी में कई अरबपतियों, राजनीतिज्ञों और बिजनेस टाइकून ने अपनी बोली लगाई. इन बोलीदाताओं में मशहूर हस्तियां भी शामिल थीं, जिन्होंने इस नीलामी में हिस्सा लिया. हालांकि, अंत में यह सौदा एक हॉलीवुड स्टार के साथ हुआ, जो लौरा की वर्जिनिटी के लिए सबसे बड़ी बोली लगाने वाले थे.
वर्जनिटी की पुष्टि के लिए कराई गई मेडिकल जांच
इस सौदे के बाद, लौरा को खरीदार की उपस्थिति में अपनी वर्जिनिटी की पुष्टि करने के लिए मेडिकल जांच से गुजरना पड़ा. यह पूरी प्रक्रिया बेहद गोपनीयता के साथ की गई, और एस्कॉर्ट एजेंसी ने दोनों पक्षों की जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित की.
पश्चिमी महिलाएं वर्जनिटी को मानती हैं मूल्यवान संपत्ति
लौरा का यह कदम वर्जिनिटी के व्यावसायिकरण और बदलते सामाजिक दृष्टिकोण को लेकर एक बड़ी बहस को जन्म देता है. जहां एक ओर वर्जिनिटी को विशेष रूप से पारंपरिक और धार्मिक समाजों में शुद्धता का प्रतीक माना जाता है, वहीं दूसरी ओर पश्चिमी समाजों में कुछ महिलाएं इसे एक मूल्यवान संपत्ति के रूप में देखती हैं. लौरा की कहानी इस बदलाव को दर्शाती है कि अब व्यक्तिगत फैसले आर्थिक कारणों से भी प्रभावित हो रहे हैं.