Mukhtar Ansari: यूपी का ग़ाज़ीपुर राजनीति का सबसे बड़ा केंद्र बन गया है. अखिलेश यादव मुख्तार अंसारी के घर पहुंचे और पूर्वांचल की सियासत में आग लग गई. कोई इसमें M फैक्टर के मायने देखने लगा. तो कोई माफिया से समाजवादी पार्टी के रिश्ते जोड़ने लगा.
अखिलेश यादव ने माफिया मुख्तार अंसारी के घर दस्तक दी. उनकी मौत पर सहानुभूति जताई. मुख्तार के भाई अफजाल से मुलाकात की. बेटे उमर अंसारी को मज़बूत बने रहने का ढांढस बंधाया. इस पूरी प्रक्रिया में दुख भरे माहौल से ज़्यादा भविष्य की सियासी उम्मीदें नज़र आईं.
खाने की टेबल पर इस भाव ने भी काफ़ी कुछ बयां कर दिया. मुख्तार अंसारी भले क़ब्र में दफन हो गया. मगर उसके सहारे चुनाव में राजनीति की नैया पार करने वाले कम नहीं. मुख्तार की मौत के बाद से ही मुख्तार के घर पर सियासी लोगों का आना-जाना लगा हुआ है..