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13 सिक्के और कड़ी मेहनत...Sachin Tendulkar की सफलता की अनसुनी कहानी, देखिए

Sachin Tendulkar:  सचिन ने कड़ी मेहनत और लगन के दम पर क्रिकेट में खास मुकाम हासिल किया, उनकी सफलता में 13 सिक्कों का अहम रोल है, जिन्होंने सचिन को क्रिकेट भगवान बना दिया. जानिए क्या है ये कहानी...

Bhoopendra Rai
 

Sachin Tendulkar: क्रिकेट के भगवान यानी सचिन तेंदुलकर आज अपना 51वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस दिग्गज के रिकॉर्ड को याद किया जाए तो एक किताब लिखी जा सकती है. महज 16 साल की उम्र में डेब्यू करने वाले इस दिग्गज ने 24 साल टीम इंडिया के लिए क्रिकेट खेला. सचिन....को लीजेंड सचिन बनाने में उनके गुरु रमाकांत आचरेकर की कड़ी मेहनत है, जिन्होंने सचिन को क्रिकेट का ककहरा सिखाया. वो आचरेकर ही थे, जिन्होंने सचिन की प्रतिभा को पहचाना और उन्हें मजबूत बनाने के लिए वो पूरे प्रयास किए जो संभव थे. 

सचिन की सफलता में 13 सिक्कों का अहम रोल था, जो उन्हें कोच आचरेकर ने दिए थे. ये वही सिक्से थे, जिन्होंने सचिन को क्रिकेट का भगवान बना दिया. यही वजह है कि यह महान बल्लेबाज आज भी उन सिक्कों को संजोकर रखे हुए हैं. आज सचिन भले ही बुलंदियों के शिखर को छूकर आ चुके हों और दुनिया के सभी ऐशो-आराम उनके कदमों में हों, लेकिन ये सिक्के उनके लिए बेशकीमती और लाइफ की सबसे बड़ी पूंजी हैं... 

आखिर क्या है ये कहानी, विस्तार से जानते हैं...

दरअसल, सचिन और उनके कोच रमाकांत आचरेकर का रिश्ता बेहद खास था. आचरेकर से ट्रेनिंग लेने के बाद सचिन ने विश्व स्तर पर धमाल मचाया और गेंदबाजों को खूब परेशान किया. जब सचिन स्कूल के दिनों में थे तभी 13 सिक्कों वाली कहानी शुरू हुोती है. स्कूल खत्म होने के बाद वे कोच रमाकांत आचरेकर के पास प्रैक्टिस के लिए जाते थे. 

सचिन ऐसे होते गए मजबूत

जब सचिन प्रैक्टिस करते थे तो कोच आचरेकर स्टंप पर एक सिक्का रख दिया करते थे और गेंदबाजों से कहते कि जो भी सचिन का विकेट लेगा ये सिक्का उसका और अगर कोई भी खिलाड़ी उन्हें आउट नहीं कर पाया तो सिक्का सचिन का. यह सिलसिला कई महीनों तक चला. सचिन बल्लेबाजी करते रहे और मजबूत होते गए. एक वक्त ऐसा आया जब उन्हें कोई भी गेंदबाज आउट नहीं कर पाया, इस बीच उन्होंने 13 सिक्से जीतकर जमा किए. खास बात ये है कि उन सिक्कों को सचिन ने आज भी संभालकर रखा हुआ है. 

सबसे यादगार हैं 13 सिक्के

एक इंटरव्यू में जब सचिन से पूछा गया था कि क्रिकेट से जुड़ी उनके पास सबसे यादगार चीज कौन सी है? इस सवाल पर सचिन ने कहा था कि आचरेकर सर के दिए हुए वो 13 सिक्के जिनकी वजह से उन्हें सब कुछ मिला.

सचिन तेंदुलकर ने 15 नवंबर 1989 को 16 साल की उम्र में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था.  16 नवंबर 2013 को वेस्टइंडीज के खिलाफ करियर का आखिरी मुकाबला खेला. इस दिग्गज ने 24 साल 1 दिन तक भारत के लिए क्रिकेट खेला, इस दौरान खूब रिकॉर्ड बनाए. उन्हें क्रिकेट का भगवान भी कहा जाता है. उनके नाम 100 शतक का वर्ल्ड रिकॉर्ड है.