कहीं फटा बादल, कहीं भूस्खलन, कहीं बाढ़, कैसा है उत्तराखंड का हाल?
केदारनाथ में पैदल पथ पर भीषण तबाह आई है. हादसे के 3 दिन बीत गए हैं लेकिन लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी हैं. रास्ते को दोबारा शुरू करने के लिए SDRF और NDRF की टीमें तैनात हैं. सीएम पुष्कर सिंह धामी की इस हादसे पर नजर है. उनकी मॉनटरिंग में ही रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है.
केदारनाथ में बुधवार को बादल फटा था, तब से लेकर अब तक, लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. बचाव एजेंसियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. खराब मौसम की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही हैं. तीर्थ यात्रियों को पैदल बाहर निकालने के लिए जी-तोड़ मेहनत की जा रही है. केदरानाथ पैदल मार्क पर लिनचोली के पास थारू कैंप में भी एक लाश बरामद हुआ है.
एयरलिफ्ट के लिए 4 हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं. 150 लोग संपर्क से बाहर हैं, वहीं 600 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू हो चुका है. 1500 लोग अभी केदार घाटी में फंसे हैं. लोगों को बाहर निकालने के लिए युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
भीषण बारिश और भूस्खलन की वजह से कई जगह पत्थर खिसक आए हैं, जिन्हें हटाने के लिए कई टीमें लगी हैं. जगह-जगह लोग संपर्क टूटने की वजह से फंसे हैं, जिन्हें बाहर निकालने में परेशानियां पेश आ रही हैं. लोगों को बाहर निकालने के लिए पुलिस और प्रशासन के लोग लगे हैं.
रविवार को चौथे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है. फंसे हुए लोगों तक हेलीकॉप्टर के जरिए खाद्य सामग्रियां पहुंचाई जा रही हैं. लोगों को बाहर निकलने की कोशिश की जा रही है.