'जितनी लड़ाई लड़नी थी, लड़ चुके..वो दौर खत्म,' बजट से पहले ये क्या बोल गए प्रधानमंत्री मोदी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि सदन दल के नहीं देश के लिए होता है. कुछ राजनीतिक दलों को नकारात्मक राजनीति से बाहर आना चाहिए. ये भारत के लोकतंत्र की अहम घटना है. दल से ऊपर होकर राजनीतिक दल लड़ाई लड़ें. ये सदन, देश का है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज सावन का पहला सोमवार है. इस पावन दिन पर एक महत्वपूर्ण सत्र शुरू हो रहा है. मैं सावन के पहले सोमवार पर देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं. आज संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है. आज पूरे देश की नजर इस पर है. यह एक सकारात्मक सत्र होना चाहिए.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'कल हम जो बजट पेश करेंगे, वह अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट है. हमें पांच साल का जो अवसर मिला है, ये बजट हमारे उन पांच साल की दिशा तय करेगा. ये बजट 2047 के विकसित भारत के सपने मजबूत देने वाला होगा.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हर देशवासी के लिए बड़े गर्व की बात है कि भारत बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाला देश है. गत 3 वर्षों में लगातार 8 प्रतिशत ग्रोथ के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मैं देश के सभी सांसदों से अनुरोध करना चाहता हूं कि गत जनवरी से लेकर अब तक हमें जितना संघर्ष करना था. किसी ने राह दिखाने का प्रयास किया किसी ने गुमराह करने का प्रयास किया लेकिन अब वो दौर खत्म हो चुका है, जनता ने अपना फैसला सुना दिया है. मैं सभी दलों से कहना चाहता हूं कि पार्टी लाइन से ऊपर उठकर देश के लिए खुद को समर्पित करें और संसद के इस गरिमामय मंच का अगले 4.5 साल तक उपयोग करें. जनवरी 2029 के चुनावी साल में आप कोई भी खेल खेल लें, लेकिन तब तक हमें किसानों, युवाओं और देश के सशक्तिकरण के लिए अपनी भागीदारी निभानी चाहिए.'