नवजात शिशुओं के दिल में छेद क्यों होता है? एक्सपर्ट से जानें कारण और उपाय

प्रेग्नेंसी के दौरान कई बार बच्चे के दिल में छेद की समस्या सामने आती है, जिसे सुनकर अभिभावकों की चिंता बढ़ जाती है. इस स्थिति में क्या करना चाहिए, यह समझना जरूरी है. दिल में छेद की समस्या का पता अल्ट्रासाउंड से लगाया जा सकता है और इसके कारण, लक्षण, और इलाज के बारे में जानना अहम है.

Princy Sharma

Causes Of Heat Hole In Newborn: प्रेग्नेंसी के दौरान कई बार बच्चे के दिल में छेद की समस्या सामने आती है, जिसे सुनकर अभिभावकों की चिंता बढ़ जाती है. इस स्थिति में क्या करना चाहिए, यह समझना जरूरी है. दिल में छेद की समस्या का पता अल्ट्रासाउंड से लगाया जा सकता है और इसके कारण, लक्षण, और इलाज के बारे में जानना अहम है.

डॉक्टरों के अनुसार, दिल में छेद के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है, लेकिन इसे गर्भावस्था के दौरान हार्ट के विकास से जोड़ा जाता है. खराब लाइफस्टाइल, धूम्रपान, शराब का अधिक सेवन और जेनेटिक कारण इसके जोखिम को बढ़ा सकते हैं. खासकर, जीन में होने वाले बदलाव जैसे NKX2.5/CSX और TBX5 जीन प्रभावित होने से इस समस्या का खतरा हो सकता है.

हार्ट में छेद तब होता है जब गर्भावस्था के दौरान दाएं और बाएं हिस्से के बीच पूरी दीवार नहीं बन पाती. इसके परिणामस्वरूप एक या एक से अधिक छेद हो सकते हैं, जिनका आकार अलग-अलग हो सकता है.

हमारे दिल में चार कक्ष होते हैं: दो ऊपरी कक्ष (एट्रिया) और दो निचले कक्ष (वेंट्रिकल्स). दिल के दाहिने हिस्से से रक्त फेफड़ों तक जाता है, जहां यह ऑक्सीजन प्राप्त करता है और फिर बाएं हिस्से से शरीर के बाकी हिस्सों तक भेजा जाता है. दिल में छेद होने से अतिरिक्त रक्त फेफड़ों में भर सकता है, जिससे दाएं हिस्से पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है. अगर इलाज न किया जाए, तो यह हार्ट के दाहिने हिस्से को कमजोर और बड़ा कर सकता है, जिससे पल्मनरी हाइपरटेंशन का खतरा हो सकता है.