देवकीनंदन ठाकुर महाराज से जानिए गरुड़ पुराण में बताए गए मौत के कारण
Garud Puran Importance: आमतौर पर घर में गरुड़ पुराण का पाठ तब किया जाता है जब परिवार में किसी भी सदस्य की मौत हो जाती है. कहते हैं कि मौत के बाद 13 दिन तक इंसान की आत्मा घर में ही रहती है. ऐसे में घर में गरुड़ पुराण का पाठ करने से आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है. गरुड़ पुराण में मृत्यु के बाद क्या होता है यह बताया है और कर्मों से जुड़ें अलग-अलग दंड भी बताएं हैं.
Garud Puran: हिंदू धर्म में कई महत्वपूर्ण ग्रंथ मौजूद हैं जिसमें गरुड़ पुराण खास ग्रंथ में से एक है. गरुड़ पुराण भगवान विष्णु द्वारा अपने भक्तों को दिए गए ज्ञान पर आधारित है. इस पुराण में मृत्यु के बाद क्या होता है इसके वर्णन किया है. इसके साथ गरुड़ पुराण में अलग-अलग कर्मों के लिए अलग-अलग दंड के बारे में बताया है. आमतौर पर इस ग्रंथ का पाठ परिवार में किसी सदस्य की मौत के बाद किया जाता है. कहा जाता है कि इससे आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है और घर की शुद्धि होती है.
शास्त्रों के मुताबिक, अगर घर में किसी सदस्य की मृत्यु हो जाती है तो गरुड़ पुराण का पाठ करना अच्छा माना जाता है. कहा जाता है कि मृत्यु के बाद 13 दिन तक इंसान की आत्मा घर पर रहती है. इस ग्रंथ का पाठ करने से सान को ज्ञान, यज्ञ, तप और आत्मज्ञान, सदाचार के बारे में जानकारी मिलती है. हाल ही में प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन महाराज ने गरुड़ पुराण में बताए मौत का कारण बताया है. चलिए देवकीनंदन ठाकुर महाराज से सुनते हैं क्या होते हैं मौत के कारण.