चीनी शेयर बाजार में मचा कोहराम, पैसा निकाल भारत आ रहे फॉरेन इन्वेस्टर्स, जानें वजह

फरवरी 2021 में चीनी शेयर बाजार ने ऊंचाई के नए स्तर को टच किया था , उसके बाद से ही चीनी शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखी जा रही है.

Sagar Bhardwaj

अर्थव्यवस्था में सुस्ती के दौर के बीच चीन का शेयर बाजार दबाव का सामना कर रहा है. चीनी शेयर बाजार में गिरावट के चलते घरेलू और विदेशी निवेशकों की नींद हराम हो गई है और अब आलम ये है कि वो भारी मात्रा में चीनी शेयर बाजार से अपना पैसा निकाल रहे हैं और लंबे समय के लिए आकर्षक दिखने वाले भारतीय शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक विदेशी निवेश भारत के 4 ट्रिलियन डॉलर वाले शेयर बाजार में जमकर पैसा लगा रहे हैं. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि निवेशकों को भारतीय शेयर बाजार चीन के विकल्प के तौर पर नजर आ रहा है, जिसकी अर्थव्यवस्था इस समय दुनिया में सबसे तेजी से ग्रो कर रही है.

विदेशी निवेशकों को उम्मीद है कि पीएम मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बन सकते हैं और उनके कार्यकाल में अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. वहीं दूसरी तरफ बड़ी गिरावट और अनिश्चितता के चलते विदेशी निवेश चीनी शेयर बाजार से तौबा कर रहे हैं.

पिछले साल 20 अरब डॉलर का निवेश
पिछले एक साल में भारतीय शेयर बाजार में जमकर विदेशी निवेश हुआ है. 2023 में विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में 20 बिलियन डॉलर का निवेश किया है. यही कारण है कि भारत का शेयर बाजार इस समय रिकॉर्ड स्तर पर कामकाज कर रहा है. पिछले एक साल में निफ्टी50 इंडेक्स में 23.74% की बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है.

दुनिया के सबसे महंगे बाजारों में शामिल हुआ भारतीय बाजार
भारतीय शेयर बाजार दुनिया के सबसे महंगे शेयर बाजारों में से एक बन चुका है. LSEG के डेटा के मुताबिक, निफ्टी50 का प्राइस टू अर्निंग रेश्यो (P/E) 22.8 है जो कि चीन से तीन गुना है. यह अमेरिका और S&P500 के 20.23 मूल्यांकन से भी ज्यादा है.

विदेशी निवेशकों को क्यों पसंद आ रहा भारतीय शेयर बाजार
. विदेशी निवेशक चीनी बाजार का विकल्प तलाश रहे हैं जिसका प्रबल दावेदार उन्हें भारतीय बाजार ही दिख रहा है.

. विदेशी निवेशकों का मानना है कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार भी प्रधानमंत्री बनेंगे और भारत की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी.

. भारतीय शेयर बाजार में इस वक्त निवेशकों को शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म में जबरदस्त रिटर्न मिल रहा है.

. गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि निफ्टी इंडेक्स 2024 के अंत तक 23500 तक पहुंच सकता है.
. रिटेल निवेशक बड़ी संख्या में शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं.

. इसके अलावा आईएमएफ ने अनुमान लगाया है कि 2024 में भारत की जीडीपी 6.7 फीसदी की रफ्तार से बढ़ेगी.

क्यों गिर रहा चीन का शेयर बाजार
फरवरी 2021 में चीनी शेयर बाजार ने ऊंचाई के नए स्तर को टच किया था , उसके बाद से ही चीनी शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखी जा रही है. 2024 में तो चीनी शेयर बाजार की बेहद खराब शुरुआत हुई है, जिसने निवेशकों के हौंसले पूरी तरह से पस्त कर दिए हैं. दरअसल इस गिरावट की वजह चीन के रियल एस्टेट सेक्टर को माना जा रहा है. चीन के रियल एस्टेट सेक्टर और अर्थव्यवस्था में इस समय सुस्ती बनी हुई है जिसने शेयर बाजार की परफॉर्मेंस को भी बुरी तरह प्रभावित किया है.

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