Share Market Outlook: अगले सप्ताह भारत का बाजार भरेगा रफ्तार, जानें कैसे रहेगा मार्केट का हाल!
Share Market Outlook: चालू सप्ताह में भारतीय बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ है. मार्केट में पूरा सप्ताह मंदी दिखी. लेकिन अगले सप्ताह गेम बदल सकता है. निवेशकों की किस्मत खुल सकती है.
Share Market Outlook: भारतीय शेयर बाजार बीते शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुआ था. सेंसेक्स 453.85 अंक (0.62 फीसदी) नीचे गिरकर 72643.43 रुपये में बंद हुआ था. वहीं, निफ्टी फिफ्टी भी 123.3 अंक (0.56 फीसदी) लुढ़ककर 22023.35 पर बंद हुआ था. वहीं, 13 मार्च को बाजार में आई सुनामी में निवेशकों के करोड़ों रुपये डुबा दिए थे. अब अगला सप्ताह भारतीय बाजार कैसी चाल चलेगा कैसा नहीं यह पूरी तरह से खबरों पर निर्भर करेगा. लोकसभा की चुनावी तारीखों का ऐलान भी हो चुका है. इसका असर भारतीय बाजार में दिख सकता है. निवेशकों की किस्मत खुलेगी या फिर उन्हें नुकसान ही उठाना पड़ेगा यह सोमवार को बाजार की चाल से पता चलेगा.
अगले सप्ताह भारतीय बाजार की चाल किस दिशा में होगी यह अंतर वैश्विक और घरेलू स्तर में होने वाले बदलावों पर निर्भर करेगा. चालू सप्ताह में भारतीय बाजार में भारी गिरावट देखी गई. आइए जानते हैं कि कौन से फैक्टर आने वाले सप्ताह में बाजार की दशा और दिशा बदलने में अहम भूमिका निभा सकती है.
अमेरिकी बैंकों में बदलाव का असर भारतीय बाजार में दिखेगा
अर्थशास्त्रियों की मानें तो अमेरिका का सेंट्रल बैंक Federal Reserve System अगर इंटरेस्ट रेट में कुछ बदलाव करता है तो इसका असर भारतीय बाजार में दिख सकता है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट की मानें तो जून 2024 में अमेरिकी सेंट्रल बैंक इंटरेस्ट रेट में कटौती कर सकता है. क्योंकि अभी केंद्रीय बैंक महंगाई के अन्य कारकों पर नजर बनाए हुए है.
ये वैश्विक फैक्टर भी डाल सकते हैं असर
अमेरिकी सेंट्रल बैंक के अलावा कई अन्य वैश्विक कारण भी बाजार पर असर डाल सकते हैं. बैंक ऑफ जापान और बैंक ऑफ इंग्लैंड मोनेटरी पॉलिसी पर कुछ नया ऐलान करेंगे. इसके साथ ही निवेशक अंतरराष्ट्रीय बाजार पर भी नजर बनाए हुए हैं. अमेरिका, यूके, चीन और जापान के शेयर बाजारों की चाल भारतीय बाजार को प्रभावित कर सकती है.
ये डोमेस्टिक फैक्टर तय कर सकते हैं शेयर मार्केट की चाल
अगले सप्ताह भारत के क्रय प्रबंधकों की सूची (Purchasing Managers Index) के आंकड़े जारी होंगे. इसका डाटा भारतीय बाजार पर असर डाल सकता है. इसके साथ ही बाजार में बैंकों की भागीदारी का असर शेयर बाजार में दिख सकता है. बैंकों के लोन, जमा, और विथड्रा भी शेयर मार्केट को प्रभावित करती है. विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़े भी बाजार की चाल पर असर डालते हैं.