Life Without Oxygen: हमारी पृथ्वी विभिन्न पर तरह-तरह की गैसें पाई जाती हैं. नासा की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक पृथ्वी में मौजूद हवा में 78 फीसदी नाइट्रोजन, 21 फीसदी ऑक्सीजन पाई जाती है. बाकी 1 फीसदी हिस्से में दूसरी गैस पाई जाती है. धरती पर पानी और ऑक्सीजन है इसलिए यहां जीवन संभव है. ऑक्सीजन और पानी के बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. पानी के बिना हम कुछ दिन, महीनों तक जीवित भी रह सकते हैं लेकिन जरा सोचिए अगर पृथ्वी से ऑक्सीजन ही खत्म हो जाए तो क्या होगा? बिना ऑक्सीजन के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. अगर 5 सेकेंड के लिए ही पृथ्वी से ऑक्सीजन खत्म हो जाए तो भी तबाही मच जाएगी.
शख्स ने बताया ऑक्सीजन न होने पर क्या होगा?
मुलिगन नाम के एक शख्स ने टिक टॉक के एक वीडियो में ये जानकारी दी है कि अगर धरती से 5 सेकेंड के लिए ऑक्सीजन खत्म हो जाए तो क्या होगा. पहले आपको बता दें कि मुलगिन कौन है. दरअसल, मुलगिन साइंस पर वीडियो बनाते रहते हैं. वो तरह-तरह के फैक्टस शेयर करते रहते हैं. वो बड़े-बड़े वैज्ञानिकों के बारे में बताते रहते हैं. उन्होंने वीडियो में बताया कि अगर 2 सेकेंड के लिए ही पृथ्वी से ऑक्सीजन गायब हो जाए तो तबाही मच जाएगी. अफरा तफरी का माहौल हो जाएगा. पृथ्वी और भी गर्म हो जाएगी.
फट जाएगा कान का पर्दा
मुलिगन ने बताया कि पृथ्वी से ऑक्सीजन गायब होने पर पृथ्वी की ओजोन लेयर गायब हो सकती है. मुलगिन ने अपने वीडियो में बताया कि कुछ मिनट के लिए ऑक्सीजन खत्म हो जाए तो पूरी दुनिया में अंधेरा भी छा जाएगा. ऑक्सीजन ही सूर्य की किरणों को फैलाने का काम करती है. ऑक्सीजन न होने की वजह से हमारे कान का पर्दा फट सकता है.
हवाई जहाज आसमान से नीचे गिर जाएगा
उन्होंने आगे बताया कि अगर 5 मिनट के लिए पृथ्वी से ऑक्सीजन गायब हो जाए तो लाइट से चलने वाली सभी गाड़ियां बंद हो जाएंगी और आसमान में उड़ने वाले जहाज नीचे गिर जाएंगे. पृथ्वी तेजी से सिकुड़ने लगेगी.
पृथ्वी से ऑक्सीजन खत्म होने से सभी समुद्र, झीले, नदियां और तालाब सूख जाएंगे. पानी भाप बनकर ऊपर उड़ जाएगा. ऑक्सीजन न होने की वजह से मेटल पार्ट्स खुद ब खुद आपस में जुड़ जाएंगे.
सेल्स फटने से हमारी मौत हो जाएगी
हमारी सेल्स यानी कोशिकाएं फूलकर फट जाएंगी और हमारी मौत हो जाएगी. अब जरा सोचिए अगर हमारा वातावरण इसी तरह से दूषित होता रहा तो क्या होगा. ऑक्सीजन खत्म होना तो एक दूसरी बात है. लेकिन अभी जो ऑक्सीजन है उसे ही हम इंसान दूषित कर रहे और दूषित हवा में ही सांस लेने को मजबूर हो रहे हैं. जब तक हम अपने वातावरण को हरा भरा नहीं बनाएंगे हमारा अंत और नजदीक आता जाएगा.