Namo Drone Didi Scheme: प्रधानमंत्री मोदी ने आज अपने मन की बात कार्यक्रम में 'नमो ड्रोन दीदी योजना' का जिक्र किया और सीतापुर की ड्रोन दीदी सुनीता देवी से बात की, जिन्होंने बताया कि कैसे ड्रोन दीदी योजना ने उन्हें आम से खास बना दिया और कैसे खेती की इस अत्याधुनिक तकनीक ने किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव किया है.
ऐसे में आज हम नमो ड्रोन दीदी योजना की विस्तार से चर्चा करेंगे. दरअसल, सरकार का पूरा फोकस इस समय देश की महिलाओं को सशक्त बनाने पर है. अपने इसी उद्देश्य को पूरा करने की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल नवंबर में 'नमो ड्रोन दीदी' योजना की घोषणा की थी.
2 करोड़ लखपति दीदी देखना लक्ष्य
यह योजना महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने ले लिए प्रोत्साहित करेगी. इस योजना के जरिए पीएम मोदी का लक्ष्य ग्राणीण क्षेत्रों में 2 करोड़ लखपति दीदी देखना है. नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत महिला एवं स्वयं सहायता समूहों को तकनीकी संसाधन प्रदान किए जाएंगे. आइए विस्तार से जानते हैं इस योजना के बारे में...
क्या है नमो ड्रोन दीदी योजना
योजना के तहत केंद्र सरकार स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को 15,000 ड्रोन उपलब्ध कराएगी, जिससे वे अपनी आजीविका के लिए आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो सकें. इस स्कीम के तहत 1 लाख महिलाओं को अगले 5 सालों में ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग दी जाएगी. इस योजना को पूरे देश में कृषि विज्ञान केंद्रों (KVK) द्वारा लागू किया जाएगा.
योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन उड़ाने, डेटा विश्लेषण करने और उसके रखरखाव की ट्रेनिंग दी जाएगी. कृषि कार्यों जैसे फसलों की निगरानी, कीटनाशकों का छिड़काव, बीज की बुआई आदि में ड्रोन का इस्तेमाल कैसे किया जाए. इसकी ट्रेनिंग भी महिलाओं को दी जाएगी.
क्या होगा फायदा
ड्रोन नमो दीदी का सबसे बड़ा उद्देश्य महिलाओं को सशख्त बनाना है. ड्रोन तकनीक में महिलाओं के पारंगत होने से कृषि क्षेत्र में उत्पादकता और दक्षता में बढ़ोतरी के आसार हैं. यही नहीं यह योजना कृषि क्षेत्र में लगने वाली लागत में भी कमी ला सकती है. ड्रोन चलाने में माहिर होने पर महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे.