क्या हैं ये 'घोस्ट मॉल', जिन पर अब मंडरा रहा है खतरा
Ghost Malls: देश की राजधानी समेत समेत पूरे एनसीआर इलाके में घोस्ट मॉल्स की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. 29 शहरों पर हुए एक सर्वे में यह बात सामने आई कि कई छोटे-छोटे मॉल अब घोस्ट मॉल का रूप ले चुके हैं.
Ghost Malls: पूरे देश के कई शहरों में घोस्ट मॉल्स की संख्या अब बढ़ने लगी है. साल 2022 में इनकी संख्या 57 थी, जो साल 2023 में बढ़कर 64 हो गई है. एक संस्था ने अपनी रिपोर्ट में यह खुलासा किया है कि देश में ऐसे मॉल्स की संख्य बढ़ती जा रही है.
एक रियल इस्टेट कंसल्टेंट नाइट फ्रैंक इंडिया ने मंगलवार को 'थिंक इंडिया थिंक रिटेल 2024' टॉपिक से एक रिपोर्ट जारी है इसमें उन्होंने बताया है कि 29 शहरों में कम परफॉर्म करने वाली रिटेल प्रापर्टी में वृद्धि हुई है.
क्या होता घोस्ट शॉपिंग मॉल
जिन शॉपिंग मॉल्स का 40 फीसदी हिस्सा खाली रहता है. उनको घोस्ट शॉपिंग मॉल्स की श्रेणी में रखा जाता है. इन शॉपिंग मॉल की संख्या बीते 2022 में 57 थी, जो साल 2023 बढ़कर 64 हो गई है. रिपोर्ट में सामने आए इन 64 शॉपिंग मॉल में करीब सवा करोड़ स्क्वॉयर फीट जगह खाली है. पिछले साल के मुकाबले इसमें 58 फीसदी की वृद्धि हुई है. देश की राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में घोस्ट शॉपिंग मॉल की संख्या ज्यादा है. वहीं, दूसरे नंबर पर मुंबई और तीसरे पर बेंगलुरू आते हैं.
बंद होने की दहलीज पर पहुंचे ये मॉल
29 शहरों के सर्वे में यह बात सामने आई है कि एक लाख वर्ग फुट एरिया वाले 132 शॉपिंग मॉल बंद होने की कगार पर हैं. साल 2022 में इनमें खाली दुकानों की संख्या 33.5 फीसदी थी, जो 2023 में बढ़कर 36.2 फीसदी तक हो गई है. कॉमर्शियल प्रॉपर्टी में बढ़ोतरी हुई है पर इनके प्रदर्शन में लगातार गिरावट देखी गई है.
घट रहा है शॉपिंग मॉल का क्रेज
शॉपिंग मॉल को एक समय पर खरीदारी की एक अच्छी जगह माना जाता है. इंटरनेट और ऑनलाइन शॉपिंग के चलते इस मॉल्स का क्रेज घटता जा रहा है. अधिकतर लोग ऑनलाइन शॉपिंग या बड़े शॉपिंग सेंटर्स को फ्रिफर करते हैं. इन बड़ी जगहों पर कम दाम में बेहतर ऑफर मिलता है.