देश के लिए आज बड़ा दिन है. लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने हैं. जब से एग्जिट पोल आए हैं शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी देखी गई. सोमवार को सेंसेक्स और निफ्टी में उछाल दर्ज किया गया. सोमवार को कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स 2000 अंकों की बढ़त के साथ 76,738 पर पहुंच गया. यह सेंसेक्स का अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है. वहीं निफ्टी भी अपने ऑल टाइम हाई 23,338 पर पहुंच गया.
आज नतीजों का दिन है. निवेशकों को उम्मीद है कि एनडीए एक बार फिस सत्ता में वापस लौट रही है. एक्सपर्ट का मानना है कि मोदी सरकार सत्ता में लौटती है तो कुछ दिन मार्केट में तेजी देखी जा सकती है. देश को एक स्थिर सरकार मिलेगी, जिससे नीतियां जारी रहेंगी जिससे मार्कट में बढ़त देखने को मिल सकता है.
कुछ मार्केट के जानकारों का कहना है कि बीजेपी अगर पूर्ण बहुमत लाने में असफल रहती है तो ये निवेशकों के लिए डरावना हो सकता है. मार्केट में तेजी से गिरावट आ सकती है. गौरतलब है कि बेंचमार्क निफ्टी 50 लोकसभा चुनाव 2004 के नतीजों के बाद सिर्फ दो दिन में 17 प्रतिशत गिर गया था. तब सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाली NDA कांग्रेस के नेतृत्व वाली UPA से हार गई थी.
एक्सपर्ट के मुताबिक अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता में वापस आते हैं तो डिफेंस, इंफ्रास्ट्रक्चर, रेलवे और कैपिटल गुड्स कंपनियों में एक्शन देखने को मिलेगा. उनके मुताबिक ये ऐसे सेक्टर हैं जिन पर सरकार ने ध्यान दिया है और पैसा लगाया है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में अग्रवाल के हवाले से कहा गया था कि इस बात की पूरी संभावना है कि सत्तारूढ़ सरकार बनी रहेगी. अगर ये सरकार वापस आती है तो वे और भी जोश के साथ काम करेंगे. अगले 5 सालों में सरकार इन सेक्टरों को मजबूत बनाने के लिए बड़े कदम उठाएगी.
निवेशकों और सट्टा बाजार में ये आशंका है कि बीजेपी की सीट कम हो सकती हैं. अगर ऐसा होता है तो बाजार पर इसका असर पड़ेगा. रॉयटर्स से बातचीत में फंड मैनेजरों ने कहा कि अगर मोदी की जीत का अंतर कम होता है तो बाजार में कुछ समय के लिए अस्थिरता देखने को मिल सकती है. विपक्ष की सीटें अच्छी आती हैं तो फिर बाजार में गिरावट दर्ज की जा सकती है. बाजार को उम्मदी है कि बीजेपी लौट रही और अगर ऐसा नहीं होता ये निवेशकों के लिए बड़ा झटका होगा. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के सीनियर फंड मैनेजर मित्तुल कलावाडिया ने बताया कि मार्केट को स्थिरता और निरंतरता की उम्मीद है. ऐसे दूसरी पार्टी के जीतने से मार्केट पर असर पड़ सकता है.