Multibagger Share: कारोबारी सत्र के आखिरी दिन आज अडाणी समूह के सभी 10 स्टॉक्स में दमदार रैली देखने को मिली. समूह के सभी शेयर आज लगभग 13 प्रतिशत तक उछल गए. सबसे बड़ी तेजी अडाणी पावर के शेयर में देखने को मिली. यह शेयर आज लगभग 13% उछल गया. हालांकि बाजार बंद होते-होते यह लगभग 4 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8.82% पर बंद हुआ. आज बात इसी शेयर की, जो निवेशकों के लिए असली मल्टीबैगर साबित हुआ है.
जिसने लगाया पैसा वो हो गया मालामाल
इस शेयर में जिसने भी पैसा लगया वह आज मालामाल हो गया. पिछले तीन साल में अडाणी पावर के शेयर ने 670% का रिटर्न दिया है. 30 मई 2021 को यह शेयर 91.95 रुपए पर बंद हुआ था. तब से रॉकेट की रफ्तार से भागते हुए आज यह शेयर 760 रुपए पर पहुंच गया है. पिछले एक साल में इस शेयर ने 185% और पिछले 5 साल में 1315% रिटर्न दिया है.
बुलिश जोन में कारोबार कर रहा यह स्टॉक
इस साल अब तक इस शेयर में कम अस्थिरता (Low Volatility) देखी गई है. इस शेयर के टेक्निकल्स की बात करें तो RSI पर न तो यह स्टॉक ओवरबॉट जोन में है और न ही ओवरसोल्ड जोन में. RSI पर यह शेयर 67.1 पर ट्रेड कर रहा है. अडाणी पावर का स्टॉक 10 दिन, 20 दिन, 30 दिन, 50 दिन, 100 दिन, 150 दिन और 200 दिन के मूविंग एवरेज (DMA) से अधिक पर कारोबार कर रहा है, जो दर्शाता है कि स्टॉक बुलिश जोन में कारोबार कर रहा है.
क्या है अडाणी पावर पर एक्सपर्ट्स की राय
स्टॉक्सबॉक्स में टेक्निकल एक्सपर्ट कुशल गांधी ने अडाणी पावर पर Buy कॉल दी है यानी खरीदने की सलाह दी है. उनका मानना है यह स्टॉक 790 रुपए के लेवल को छू सकता है. उन्होंने कहा कि बिजली की भारी डिमांड के चलते पावर स्टॉक्स में तेजी देखने को मिल रही है.
वहीं प्रोग्रेसिव शेयर्स के डायरेक्टर आदित्य गग्गर ने भी इस शेयर में तेजी की उम्मीद जताई है. उन्होंने इस शेयर के 800 रुपए का भाव टच करने की उम्मीद जताई है.
वहीं सैमको सिक्योरिटीज ने गिरावट पर इस शेयर को खरीदने की सलाह दी है. ब्रोकरेज का कहना है कि इस भीषण गर्मी में भारत में बिजली की मांग 260GW तक पहुंचने का अनुमान है. अगर बिजली की यह मांग जारी रहती है तो अडाणी पावर और अन्य विद्युत उत्पादन कंपनियों को इसका फायदा मिलेगा.
कैसे रहे कंपनी के तिमाही नतीजे
कंपनी के नतीजों की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में कंपनी को 2,737 करोड़ का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ जो कि पिछले साल समान अवधि 5,243 कोड़ के मुकाबले 48 प्रतिशत कम था. हालांकि कंपनी का कहना है उत्पादन क्षमता में निवेश बढ़ाने के कारण उसे यह घाटा हुआ है.
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है. किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.