Sensex Crossed Historic Mark: गुरुवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट के बाद बेंचमार्क इंडेक्स में उछाल आया, जिसमें सेंसेक्स पहली बार ऐतिहासिक 79 हजार अंक के स्तर को पार कर गया. साथ ही ब्लू-चिप शेयरों में खरीदारी के बीच निफ्टी ने अपनी नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छु लिया. शुरुआती कारोबार में गिरावट के बाद 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 339.51 अंक उछलकर 79,013.76 अंक के अपने नए ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गया, जिसे रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में मदद मिली. निफ्टी भी 97.6 अंक चढ़कर 23,966.40 के अपने नए ऑलटाइम हाई लेवल पर पहुंच गया.
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में अल्ट्राटेक सीमेंट, जेएसडब्ल्यू स्टील, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक और टाटा स्टील सर्वाधिक लाभ में रहीं. इसके विपरीत, मारुति समेत टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और लार्सन एंड टूब्रो के शेयरों में गिरावट देखी गई.
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि मार्केट में एक हेल्दी ट्रेंड ये है कि अब तेजी का नेतृत्व बैंकिंग और दूरसंचार जैसे एरिया में मौलिक रूप से मजबूत लार्जकैप की ओर से किया जा रहा है. आरआईएल, जो कल तक तेजी में शामिल नहीं थी, उसके तेजी में शामिल होने से ये आंकड़ा सामने आया है. उन्होंने कहा कि कुछ चिंताओं के बावजूद बाजार में निकट भविष्य में तेजी बनी रहेगी और मौजूदा गति से सेंसेक्स 80,000 के स्तर तक पहुंच सकता है.
सेंसेक्स और निफ्टी में उछाल के बावजूद एशियाई बाजारों में शामिल सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग में गिरावट दर्ज की गई. वहीं, बुधवार को अमेरिकी बाजार सकारात्मक आंकड़ों पर बंद हुए. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने बुधवार को 3,535.43 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे.
वहीं, वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.21 प्रतिशत घटकर 85.07 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. बीएसई का बेंचमार्क सेंसेक्स बुधवार को 620.73 अंक या 0.80 प्रतिशत चढ़कर 78,674.25 अंक के नए स्तर पर बंद हुआ था. वहीं, निफ्टी 147.50 अंक या 0.62 प्रतिशत बढ़कर 23,868.80 के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ था.
सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी औऱ ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंचने के बाद निवेशकों की चांदी है. गुरुवार और बुधवार के आंकड़ों के मुताबिक, एक ओर जहां भारतीय मार्केट पर निवेशकों का भरोसा बरकरार है, वहीं एशियाई मार्केट में शामिल अन्य देशों के मार्केट में गिरावट देखी गई. इसका सीधा मतलब है कि इन्वेस्टर्स भारतीय मार्केट में पैसा कमाकर मुनाफा कमा सकते हैं, जिसका सीधा असर इंडियन इकोनॉमी पर पड़ेगा.