Retail Inflation: खुदरा महंगाई में एक बार फिर से तेज उछाल देखने को मिला है. सितंबर महीने में भारत में खुदरा महंगाई बढ़कर 5.49% पर पहुंच गई जो अगस्त महीने में 3.65 फीसदी रही थी. जुलाई महीने में खुदरा महंगाई 3.54 फीसदी थी. खाने पीने की चीजों में उछाल के चलते खुदरा महंगाई में तेज उछाल देखने को मिला है. बताया जा रहा है कि मौसम की मार की वजह से सितंबर महीने में खाद्य वस्तुओं की कीमतों में उछाल आया. सितंबर में ग्रामीण मुद्रास्फीति 5.87% जबकि शहरी मुद्रास्फीति 5.05% रही जोकि विभिन्न क्षेत्रों में लागत के दबाव को दर्शाती है.
खाद्य वस्तुओं के बढ़े दाम
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, खाने-पीने की चीजों की कीमतों में अधिक वृद्धि देखी गई. सितंबर माह में कंज्यूमर फूड प्राइस इंडेक्स (CFPI) सालाना आधार पर 9.24% रहा. ग्रामीण इलाकों में खाद्य महंगाई 9.08% जबकि शहरी क्षेत्रों में खाद्य महंगाई 9.56% रही. ये आंकड़े मुख्य रूप से जरूरी चीजों पर कीमतों के बढ़ते दबाव को दर्शाते हैं.
अन्य क्षेत्र में भी बढ़ी महंगाई
खाद्य वस्तुओं के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी महंगाई बढ़ी है. सितंबर महीने में अखिल भारतीय विद्युत इंडेक्स 5.45% की मुद्रास्फीति के साथ 162.5 दर्ज किया गया जबकि पिछले महीने यानी अगस्त में यह 4.91% मुद्रास्फीति के साथ 162.4 पर था. जो कि बिजली की बढ़ती कीमतों को दर्शाता है.
इन चीजों की घटी कीमतें
हालांकि महंगाई के मोर्चे पर सब कुछ बुरा नहीं है. दालों के अलावा कुछ अन्य उत्पादों जैसे मसालों, मांस, चीनी और कन्फेश्नरी आयटम की कीमतों में गिरावट देखी गई है.