Demat Account in December 2023: भारतीय शेयर बाजार लगातार नई-नई ऊंचाइयां छू रहा है. पिछले कुछ सालों में भारतीयों की दिलचस्पी बढ़ी है. लोग पैसों को लेकर जागरूक हो रहे हैं. इसका ताजा उदाहरण की बात करें तो दिसंबर 2023 में इतने डीमैट अकाउंट खोले गए कि रिकॉर्ड बन गया. सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज और नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2023 में 41.78 लाख से अधिक लोगों ने अपना डीमैट अकाउंट खोला है. ये आंकड़े दर्शा रहे हैं कि भारत के युवा शेयर बाजार और निवेश को लेकर जागरूक हो रहे हैं.
भारत में अब डीमैट खाताधारकों की संख्या 13.93 करोड़ पहुंच चुकी है. पिछले एक साल में डीमैट अकाउंट ओपनिंग में 28.66% की ग्रोथ देखी गई है. दिसंबर के पहले नवंबर में भारत में 27.81 लाख लोगों ने डीमैट अकाउंट खोले थे. वहीं, दिसंबर 2022 की बात करें कुल 21 लाख लोगों ने डीमैट अकाउंट खोला था.
भारतीय शेयर बाजार में बहुत से विदेशी निवेशकों ने पैसा लगा रखा है. लेकिन अब विदेशी निवेशकों की निर्भरता कम हो गई है. विदेशी निवेशकों का निवेश करना बाजार के लिए अच्छा माना जाता है लेकिन जब वो भारतीय बाजार से अपना पैसा निकालते हैं तो शेयर बाजार में गिरावट देखी जाती है. लेकिन अब धीरे-धीरे बाजार में भारतीय निवेशकों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में अगर विदेशी निवेशक पैसा निकालते भी है तो बाजार में इतनी गिरावट नहीं आएगी.
डीमैट खाते में उछाल के कई कारण बताए जा रहे हैं. दरअसल, पिछले कुछ महीनों से भारतीय शेयर बाजार हाई पर है. नई कंपनियों के आईपीओं की शेयर मार्केट में अच्छी लिस्टिंग हो रही है. 2023 में भारतीय शेयर बाजार में तेज उछाल देखने को मिली थी. सेंसेक्स ने 18.8 फीसदी की छलांग लगाई थी तो निफ्टी ने 20 फीसदी की छलांग लगाई थी.
इनके अलावा पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों ने भी शेयर बाजार को प्रभावित किया है. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में हुए चुनाव में तीन राज्यों में बीजेपी ने जीत हासिल की थी. अगले कुछ ही महीनों में देश में लोकसभा चुनाव होने हैं. अगर इस बार भी मोदी सरकार बनती है तो बाजार के लिए अच्छे संकेत हो सकते हैं. ऐसा शेयर मार्केट विशेषज्ञों का कहना है.