Mahakumbh Special Train: महाकुंभ की वजह से प्रयागराज में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है. इस बीच रेल मंत्रालय ने यह साफ किया है कि महाकुंभ के लिए चलाई जा रही स्पेशल ट्रेनें अब तक रद्द नहीं की गई हैं. रेलवे ने कहा है कि आज 360 से ज्यादा ट्रेनें प्रयागराज क्षेत्र से विभिन्न स्टेशनों के लिए चलाई जा रही हैं. वर्तमान में कोई ट्रेन रद्द करने का कोई भी आदेश नहीं है.
आज 'मौनी अमावस्या' के दिन महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु आ चुके हैं. करीब 8 से 10 करोड़ लोग इस दिन पवित्र संगम में डुबकी लगाने के लिए पहुंचे हैं. कल यानी 28 जनवरी को लगभग 5.5 करोड़ लोगों ने पवित्र स्नान किया था. इस दिन की महत्वपूर्णता को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने पूरी तैयारी की है. हालांकि, भीड़ की अधिकता के कारण कुछ जगहों पर दबाव बढ़ गया है और कुछ श्रद्धालु बाड़े को पार करने के दौरान घायल हो गए हैं. घायल श्रद्धालुओं का इलाज किया जा रहा है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है.
रेल मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों में महाकुंभ के दौरान चलाए गए विशेष ट्रेनों का संचालन बिना किसी रुकावट के जारी रहेगा. रेलवे मंत्रालय ने इस बात का खंडन किया कि महाकुंभ के लिए चल रही ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. मंत्रालय ने बताया कि 360 से ज्यादा ट्रेनें प्रयागराज क्षेत्र से आज विभिन्न स्टेशनों के लिए चलाई जा रही हैं, और फिलहाल किसी भी ट्रेन को रद्द करने की योजना नहीं है.
#MahaKumbh2025 | The Railways has planned to run more than 360 trains from the various stations in the Prayagraj region today. As of now, there is no plan to cancel any special train: Ministry of Railways
— ANI (@ANI) January 29, 2025
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार महाकुंभ की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. सीएम कार्यालय ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्यमंत्री सचिवालय, पुलिस विभाग और अन्य महत्वपूर्ण अधिकारियों की एक टीम 'वार रूम' में मौजूद है, जहां स्थिति की हर पल निगरानी की जा रही है.
इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी स्थिति का जायजा ले रहे हैं. यूपी मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सुबह से चार बार उनसे संपर्क किया है और लगातार स्थिति पर अपडेट प्राप्त कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि संतों से बातचीत के बाद उन्होंने कहा कि पहले श्रद्धालु स्नान करेंगे और फिर अपने दूसरे धार्मिक कार्यों को पूरा करेंगे.