Ola Electric Share Price: भारतीय शेयर बाजार में ओला की एंट्री हो चुकी है. आज भाविश अग्रवाल की ओला इलेक्ट्रिक की शेयर मार्केट में लिस्टिंग हुई. लिस्टिंग से पहले बाजार में जो खबरें चल रहीं थी उससे ये संकेत मिल रहे थे कि इसकी कमजोर लिस्टिंग होगी. लेकिन फ्लैट लिस्टिंग के बाद पहले ही दिन ओला के शेयरों ने कमाल कर दिया. अगर जिसे आईपीओ नहीं मिला उसने सुबह-सुबह ओला के शेयर खरीदे होते और दिन के अंत में बेच दिए होते तो उसे 20 फीसदी का फायदा हो जाता है. यानी अगर आपने 1 लाख इनवेस्ट किए होते हैं आपको कुछ घंटों में ही 20 हजार रुपये का मुनाफा हो जाता है.
ओला का आईपीओ खरीदने वाले निवेशकों को एक शेयर 76 रुपये में मिला था. यानी आईपीओ खरीदने वाले भी माला माल हो गए. फ्लैट लिस्टिंग के बाद ओला के शेयर इतनी तेज भागे कि अपर सर्किट लग गया.
बात अगर ओला में काम कर रहे कर्मचारियों की करें तो उन्हें हर शेयर पर 7 रुपये की छूट मिली. यानी अगर उन्होंने आईपीओ के लिए बिडिंग की होगी तो उन्हें 76 की बजाए एक शेयर 69 में मिला. बाजार में सपात लिस्टिंग के बाद ओला के शेयर 20 फीसदी चढ़ गए. NSE पर ओला के शेयर 20 प्रतिशत की बढ़त के साथ 91.20 रुपये पर बंद हुआ और इसका बाजार पूंजीकरण 40,226 करोड़ रुपये हो गया है.
फीसदी फीसदी चढ़कर ओला के शेयर 91.18 रुपये तक गए. इसके बाद यह नीचे ही नहीं गिरा. पहले दिन इसने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया. एनएसई पर ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के 52.5 करोड़ इक्विटी शेयरों का कारोबार हुआ, जबकि बीएसई पर 4.75 करोड़ शेयरों का कारोबार हुआ.
अब सवाल ये है कि ओला इलेक्ट्रिक ने आईपीओ के जरिए जो पैसा जुटाया उसे खर्च कहां करेगी? नए शेयर जारी करके कंपनी को जो पैसे मिले हैं उनमें से 1227.64 करोड़ रुपये का इस्तेमाल मैनुफैक्चरिंग प्लांट की कैपेसिटी को 5 गीगवाट वाट से बढ़ाकर 6.4 गीगावाट करेगी. वहीं, 800 करोड़ रुपये से कंपनी कर्ज चुकाएगी, जबकि 1600 करोड़ रुपये रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर खर्च किए जाएंगे.
डिस्क्लेमर: इस खबर के जरिए हम किसी को शेयर बाजार में निवेश करने की सलाह नहीं दे रहे हैं. कहीं भी निवेश करने से पहले अपने आर्थिक सलाहकार से सलाह जरूर लें.