Business News: वित्त वर्ष 2015 के बाद से भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों की भारी वृद्धि देखी गई है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के लेटेस्ट डेटा के मुताबिक, 31 जनवरी 2024 तक देश में 8.7 करोड़ निवेशक थे, जबकि मार्च 2015 दक देश में शेयर बाजार के निवेशकों की संख्या 1.79 करोड़ थी. यानी तब से लेकर अब तक शेयर बाजार के निवेशकों में 389 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
उत्तर प्रदेश से निवेशकों की संख्या में भारी उछाल
महाराष्ट्र से सबसे ज्यादा निवेशक
17.4% शेयर के साथ महाराष्ट्र शेयर बाजार के निवेशकों की संख्या के मामले में पहले स्थान पर है. 2015 तक महाराष्ट्र से 19.9% निवेशक थे. 31 जनवरी तक महाराष्ट्र से शेयर बाजार के निवेशकों की संख्या 153 लाख होग गई है जो कि 31 मार्च 2015 तक 35.5 लाख थी.
निवेशकों के मामले में अन्य राज्य
वहीं गुजरात (9%), पश्चिम बंगाल (5.6%), कर्नाटक (5.6%) और राजस्थान (5.6%) निवेशकों के साथ क्रमश: तीसरे, चौथे, पांचवें और छठे स्थान पर है. शेयर बाजार के लगभग 54% निवेशक इन्ही 6 मार्केट से आते हैं.
अन्य राज्यों की बात करें तो 48.6 लाख (5.5%) निवेशकों के साथ तमिलनाडु इस लिस्ट में 7वें स्थान पर है. इसके बाद क्रमश: मध्य प्रदेश (41.8 लाख या 4.8%), आंध्र प्रदेश (40.5 लाख या 4.6%), दिल्ली (40.50 लाख या 4.6%) बिहार (35.9 लाख या 4.1%) का नंबर आता है. वित्त वर्ष 2015 तक बिहार से केवल 1.6% (294,000) निवेशक थे.
सबसे ज्यादा निवेशक उत्तर भारत से
क्षेत्रवार निवेशकों की संख्या के मामले में जनवरी 2024 तक 310 लाख रजिस्टर्ड निवेशकों के साथ उत्तर भारत शीर्ष पर है. इसके बाद 280 लाख निवेशकों के साथ पश्चिम भारत दूसरे, 180 लाख के साथ दक्षिण भारत तीसरे और 100 लाख निवेशकों के साथ पूर्वी भारत चौथे नंबर पर है.
दो गुनी रफ्तार से बढ़ रहे शेयर बाजार के निवेशक
2016 तक शेयर बाजार में 20 मिलियन निवेशक थे 2021 तक इनकी संख्या दोगुनी रफ्तार से बढ़कर 40 मिलियन हो गई और 2023 तक मात्र 2 सालों में इनकी संख्या फिर से दोगुनी रफ्तार से बढ़कर 80 मिलियन हो गयी.