नहीं करना होगा 15-20 साल का इंतजार! 5 म्यूचल फंड्स जो तेजी से करते हैं पैसा डबल
Personal Finance: आजकल, क्रिकेट के दिग्गजों से लेकर आम आदमी तक, हर कोई म्यूचुअल फंड के बारे में बात कर रहा है. लेकिन आखिर क्यों? क्या है इस निवेश के पीछे का राज? आइए, विस्तार से समझते हैं.
Personal Finance: क्या आपने कभी सोचा है कि आपका पैसा कैसे अपने आप बढ़ सकता है? जवाब है – म्यूचुअल फंड! आजकल, क्रिकेट के दिग्गज से लेकर आम आदमी तक, हर कोई म्यूचुअल फंड के बारे में बात कर रहा है. लेकिन आखिर क्यों? आइए समझते हैं.
म्यूचुअल फंड क्या है?
आपने कभी शेयर बाजार के बारे में सुना होगा. म्यूचुअल फंड भी कुछ ऐसा ही है, बस थोड़ा आसान. इसमें कई लोगों का पैसा मिलकर एक फंड बनाता है. इस फंड को एक एक्सपर्ट मैनेज करता है, जो आपके पैसे को विभिन्न शेयरों, बॉन्ड्स आदि में निवेश करता है.
क्यों हैं म्यूचुअल फंड इतने लोकप्रिय?
अच्छा रिटर्न: पिछले कुछ सालों में, म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिए हैं. कुछ फंडों ने तो आपके पैसे को दोगुना से भी ज्यादा कर दिया है!
विविधता: एक म्यूचुअल फंड में कई तरह के निवेश होते हैं, जिससे जोखिम कम होता है. मान लीजिए, एक शेयर गिर जाता है, तो दूसरे शेयर बढ़कर नुकसान की भरपाई कर सकते हैं.
लचीलापन: आप थोड़ी-थोड़ी रकम नियमित रूप से निवेश कर सकते हैं (एसआईपी), या एकमुश्त निवेश कर सकते हैं.
एक्सपर्ट मैनेजमेंट: आपको खुद शेयरों के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है. एक्सपर्ट मैनेजर आपके लिए सब कुछ संभालते हैं.
म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे शुरू करें?
म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू करना आसान है. यहां कुछ आसान स्टेप्स को फॉलो करें:
डीमैट खाता खोलें: सबसे पहले, आपको एक डीमैट खाता खोलना होगा. यह एक ऐसा खाता है जिसमें आपके शेयर और अन्य सिक्योरिटीज इलेक्ट्रॉनिक रूप से स्टोर होते हैं. आप इसे किसी भी डीमैट खाता प्रदाता के माध्यम से खोल सकते हैं, जैसे कि बैंक या ब्रोकरेज फर्म.
म्यूचुअल फंड चुनना: एक बार जब आपका डीमैट खाता तैयार हो जाए, तो आपको म्यूचुअल फंड चुनना होगा. विभिन्न प्रकार के म्यूचुअल फंड उपलब्ध हैं, जैसे कि इक्विटी फंड, डेट फंड, हाइब्रिड फंड आदि. आप अपनी जोखिम सहन क्षमता और निवेश लक्ष्यों के आधार पर सही फंड का चयन कर सकते हैं.
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) शुरू करें: SIP एक नियमित निवेश योजना है जहां आप मासिक आधार पर एक निश्चित राशि निवेश करते हैं. यह निवेश का एक प्रभावी तरीका है क्योंकि यह आपको बाजार की उतार-चढ़ाव से बचने में मदद करता है. आप अपने डीमैट खाता प्रदाता के माध्यम से SIP शुरू कर सकते हैं.
निवेश पर नजर रखें: एक बार जब आप SIP शुरू कर देते हैं, तो अपने निवेश पर नजर रखना महत्वपूर्ण है. आप अपने डीमैट खाता प्रदाता के पोर्टल या मोबाइल ऐप के माध्यम से अपने निवेश की स्थिति की जांच कर सकते हैं.
विविधता बनाए रखें: यह सलाह दी जाती है कि आप अपने निवेश को विविध बनाए रखें. इसका मतलब है कि आपको विभिन्न प्रकार के म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए ताकि जोखिम कम हो सके.
कौन से म्यूचुअल फंड हैं अच्छे?
म्यूचुअल फंड कई तरह के होते हैं. कुछ मुख्य प्रकार हैं:
- लार्ज कैप फंड: बड़ी कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं.
- मल्टी कैप फंड: विभिन्न आकार की कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं.
- फ्लेक्सी कैप फंड: फंड मैनेजर को निवेश करने की पूरी आजादी होती है.
- कॉन्ट्रा फंड: मार्केट के विपरीत चलने वाले शेयरों में निवेश करते हैं.
- मल्टी एसेट एलोकेशन फंड: शेयरों के अलावा, बॉन्ड्स, सोने आदि में भी निवेश करते हैं.
कौन सा म्यूचुअल फंड चुनें?
यह आपके निवेश लक्ष्यों और जोखिम उठाने की क्षमता पर निर्भर करता है. एक फाइनेंशियल एडवाइजर आपको सही म्यूचुअल फंड चुनने में मदद कर सकता है.
एसआईपी: आपका सबसे अच्छा दोस्त- एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए आप हर महीने थोड़ी-थोड़ी रकम निवेश कर सकते हैं. यह एक बेहतरीन तरीका है लंबे समय के लिए पैसा बचाने का.
निवेश में काम आएंगी ये टिप्स
- लंबे समय के लिए निवेश करें: म्यूचुअल फंड में कम से कम 5-7 साल के लिए निवेश करना चाहिए.
- विविधता बनाएं: एक ही फंड में सारा पैसा न लगाएं.
- मार्केट के उतार-चढ़ाव से डरें नहीं: बाजार में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं. लंबे समय में, म्यूचुअल फंड अच्छे रिटर्न देते हैं.