New FASTag Rules: अगर आप हाईवे पर यात्रा करते हैं और FASTag का उपयोग करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा जारी नए नियम आज से लागू हो गए हैं. अब ब्लैकलिस्टेड FASTag, लेन-देन की समय सीमा, रिचार्ज ग्रेस पीरियड, और चार्जबैक नीतियों में अहम बदलाव किए गए हैं. आइए विस्तार से जानते हैं कि ये नए नियम क्या हैं और इनसे आपको कैसे फायदा या नुकसान हो सकता है.
FASTag एक कैशलेस टोल भुगतान प्रणाली है जो RFID (Radio Frequency Identification) तकनीक का उपयोग करती है. यह बैंक खाते, प्रीपेड वॉलेट या यूपीआई ऐप से ऑटोमेटिक टोल कटौती करता है. FASTag स्टिकर को वाहन की विंडशील्ड पर लगाया जाता है और जब वाहन टोल बूथ से गुजरता है, तो अपने आप भुगतान हो जाता है.
नए FASTag नियम 2025
1. ब्लैकलिस्टेड FASTag: टोल भुगतान संभव नहीं
- ब्लैकलिस्टेड या हॉटलिस्टेड FASTag से भुगतान स्वीकार नहीं किया जाएगा.
- अगर FASTag 60 मिनट से ज्यादा समय तक कम बैलेंस की स्थिति में रहा, तो इसे अस्वीकार कर दिया जाएगा.
- स्कैनिंग के 10 मिनट तक ब्लैकलिस्ट रहने पर भी भुगतान नहीं होगा.
- अगर इन शर्तों के बावजूद वाहन टोल पार करता है, तो उसे दोगुना टोल शुल्क (Penalty) देना होगा.
2. रिचार्ज के लिए ग्रेस पीरियड: 70 मिनट की सुविधा
- अगर FASTag में बैलेंस कम है, तो उपयोगकर्ता के पास 70 मिनट का समय होगा उसे रिचार्ज करने के लिए.
- अगर स्कैनिंग के 10 मिनट के भीतर FASTag को रिचार्ज किया जाता है, तो दंड वापस लिया जा सकता है और केवल सामान्य टोल शुल्क देना होगा.
3. विलंबित लेन-देन: अतिरिक्त शुल्क का खतरा
- अगर FASTag से टोल कटौती 15 मिनट से अधिक समय बाद होती है, तो अतिरिक्त शुल्क लग सकता है.
- अगर समस्या मुख्य रूप से नेटवर्क देरी या बैंक सर्वर समस्याओं के कारण हो सकती है.
4. चार्जबैक नीति में बदलाव: 15 दिन की प्रतीक्षा अनिवार्य
- अगर FASTag ब्लैकलिस्टेड था या कम बैलेंस के कारण गलत कटौती हुई, तो बैंक को चार्जबैक प्रक्रिया शुरू करने से पहले 15 दिन तक इंतजार करना होगा.
नए नियमों से असर
अंतिम समय में रिचार्ज से मदद नहीं मिलेगी – अगर FASTag 60 मिनट से अधिक समय तक ब्लैकलिस्ट में रहा है, तो रिचार्ज करने पर भी लेन-देन अस्वीकृत हो जाएगा.
पेनल्टी से बचने का मौका – अगर स्कैनिंग के 10 मिनट के भीतर रिचार्ज किया जाता है, तो डबल टोल शुल्क से बच सकते हैं.
सख्त निगरानी – अब उपयोगकर्ताओं को अपने FASTag का स्टेटस नियमित रूप से चेक करना होगा ताकि टोल प्लाजा पर परेशानी न हो.
FASTag से जुड़ी समस्याओं से कैसे बचें?
- FASTag बैलेंस चेक करें: यात्रा से पहले अपने FASTag में पर्याप्त बैलेंस बनाए रखें.
- ब्लैकलिस्टिंग से बचें: नियमित रूप से FASTag की स्थिति की जांच करें.
- समय पर रिचार्ज करें: अगर बैलेंस कम है, तो टोल प्लाजा पहुँचने से पहले रिचार्ज कर लें.
- लेन-देन समय पर ट्रैक करें: अगर कटौती में देरी हो रही है, तो तुरंत बैंक से संपर्क करें.
- FASTag को सक्रिय रखें: टोल बूथ पर अस्वीकृति से बचने के लिए FASTag को हर समय चालू स्थिति में रखें.