मुकेश अंबानी की दौलत हर दिन बढ़ते जा रही है. वह हर दिन तरक्की कर रहे हैं, लेकिन उनके छोटे भाई अनिल अंबानी की मुश्किलें हर दिन बढ़ती जा रही है. उनकी कंपनी कर्ज में डूबती जा रही है. अपनी कंपनी को बेचने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से वक्त मांगा है. अनिल अंबानी के कंपनी रिलायंस कैपिटल को हिंदुजा ग्रुप की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड खरीद रहे है.
डील को मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन अभी फाइनल नहीं हो पाया है. इसकी डेडलाइन 17 मई थी, लेकिन तय समय पर यह फाइनल नहीं हो पाया. रिलायंस ने कहा कि हम इसे फाइनल करने की दिशा में काम कर रहे हैं. थोड़ा वक्त और लगेगा.
अनिल अंबानी ने कहा कि रिलायंस कैपिटल के खरीदार हिंदुजा ग्रुप को कंपनी के अधिग्रहण से थोड़ा और वक्त लगेगा. इसलिए हमें और समय दिया जाना चाहिए. कंपनी 10 दिन और समय मांगा है. बता दें कि आरबीआई ने रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए 17 नवंबर 2023 को मंजूरी दी थी. यह मंजूरी 6 महीने के लिए ही वैध होती है, जिसकी डेडलाइन 17 मई 2024 को खत्म हो गई.
रिलायंस कैपिटल के लिए NCLT ने बोली मंगवाई थी. हिंदुजा समूह ने 9650 करोड़ रुपये की सबसे ऊंची बोली लगाकर रिलायंस कैपिटल को खरीदा. अब अधिग्रहण की बारी है. सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद अनिल अंबानी की कंपनी हिंदुजा ग्रुप की हो जाएगी. बता दें कि अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल भारी कर्ज में डूबी हुई है. कंपनी पर 40 हजार करोड़ का कर्ज है. अनिल अंबानी बैंक के कर्ज में डूबे हुए हैं. उनकी कई कंपनियां दिवालिया हो चुकी हैं. कई मौकों पर उन्होंने बैंक से कहा कि उनके पास पैसे लौटने के लिए संपत्ति नहीं है.