24 सितंबर को जमीन पर गिरेगा उल्कापिंड, धरती हो जाएगी तहस-नहस, NASA ने बचने की शुरू की तैयारी
Meteorite Explosion: पृथ्वी पर हुए उल्कापिंड की विस्फोट ने डायनासोर की पूरी प्रजाति को खत्म कर दी था. अब आने वाले 24 सितंबर को यह टकराव दोबारा देखने को मिल सकता है. हालांकि इससे बचने के लिए अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने तैयारी शुरू कर दी है.

नई दिल्ली : धरती पर रहने वाले हर एक प्राणी को अगर किसी तत्व से सबसे ज्यादा खतरा है तो वो है उल्कापिंड. पृथ्वी पर हुए उल्कापिंड की विस्फोट ने डायनासोर की पूरी प्रजाति को खत्म कर दी था. अब आने वाले 24 सितंबर को यह टकराव दोबारा देखने को मिल सकता है. हालांकि इससे बचने के लिए अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने तैयारी शुरू कर दी है. धरती से टकराने वाले इस उल्कापिंड का नाम बेनू है. यह उल्कापिंड हर छ: साल में धरती के बगल से गुजरता है.
22 परमाणु बमों जितना होगा धमाका
डेलीस्टार नाम की वेबसाइट में प्रकाशित खबर के अनुसार बेनू नाम का उल्कापिंड 24 सितंबर को धरती से टकराएगा. हालांकि यह इस 24 सितंबर को नहीं बल्कि 24 सितंबर 2182 में ऐसा होने वाला है. 159 साल होने वाले इस टक्कर से बचने के लिए नासा ने तैयारी शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि उल्कापिंड के होने वाले इस तरह के टक्कर से 22 परमाणु बमों जितना धमाका होगा. इससे धरती के तबाह होने की बात कही जा रही है.
इस खतरे को टालने के लिए नासा कर रहा तैयारी
उल्कापिंड बेनू को लेकर नासा इस प्रयास में लगा है कि किसी भी तरह से इसकी दिशा में परिवर्तन किया जा सके. हाल ही में नासा का एक यान बेनू से मिट्टी से बना एक पत्थर का सैंपल धरती की ओर आ रहा है. इसको लेकर इस बात की संभालना है कि इसी महीने की 24 तारीख को वो किसी भी समय धरती से टकराए. इसके लैंडिंग उटाह के लिए ग्रेट सॉल्ट लेक रेगिस्तान में किसी जगह होने की संभावना है.
धरती पर हो जाएगा 10 किमी चौड़ा गड्डा
वहीं इस बात की भी संभावना है कि उल्कापिंड बेनू के धरती पर टकराने से विस्फोट हो सकता है. इस जोरदार धमाके से 10 किलोमीटर चोड़ा गड्डा होने की बात कही जा रही है. बताया जा रहा है कि बेनू उस उल्कापिंड से करीब 20 गुना कम चौड़ा होगा, जिससे धरती से डायनासोर पूरी तरह खत्म हो गए थे.