लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सरकार समय-समय पर कई योजनाएं लाती रहती है. ऐसी ही एक स्कीम है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGBs) स्कीम. मोदी सरकार द्वारा साल 2015 में शुरू की गई इस स्कीम ने अपने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है.
अगर आपने अब तक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश नहीं किया है तो आपके पास एक बार फिर से इस स्कीम में निवेश करने का मौका है.
पिछली बार सरकार ने 22 दिसंबर को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी किए थे और इस बार सरकार 12 फरवरी को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGBs) जारी करने की तारीख तय की है.
ऐसे खरीदें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
. इस स्कीम के जरिए सरकार मार्केट से कम दाम में सोना बेचती है.
. आप 12 से 16 फरवरी के बीच सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGBs) खरीद सकते हैं.
. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), क्लियरिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (CCIL), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और सभी बैंकों से खरीदा जा सकता है.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने के फायदे
. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की मेच्योरिटी का समय 8 साल का होता है, हालांकि 5 साल बाद आप इस बॉन्ड को निकाल सकते हैं.
. अगर आप इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करते हैं तो सरकार इस पर आपको 50 रुपए प्रति 10 ग्राम की छूट देती है. यानी हर 10 ग्राम सोना खरीदने पर आपको 50 रुपए की छूट मिलेगी.
. अगर आप इस गोल्ड बॉन्ड को लेते हैं तो आपको इस पर 2.50 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा. बीते दिन बाजार में सोने की कीमत क्या रही थी. उसी हिसाब आपको ये गोल्ड बॉन्ड मिलेगा.
. अगर आप भारतीय रिजर्व बैंक के इस गोल्ड बॉन्ड में निवेश करते हैं तो बाजार या फिर गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के मुकाबले यह आपको सस्ता पड़ सकता है.
. RBI की गोल्ड बॉन्ड में निवेश पूरी तरह से सुरक्षित होता है. क्योंकि इसकी गारंटी भारत सरकार लेती है.