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रॉकेट से भी तेज उड़ा भारत का शेयर बाजार, बड़े-बड़े धुरंधरों को पीछे छोड़ रच दिया इतिहास

Share Market: 14 जून को भारतीय शेयर बाजार ने उड़ान भरते हुए एक नया कीर्तिमान बना दिया है. आज सेंसेक्स और निफ्टी फिफ्टी इतनी तेज उड़े की भारत ने हांगकांग के मार्केट को पीछे छोड़ दिया. भारत का शेयर मार्केट दुनिया का चौथा सबसे बड़ा मार्केट बन चुका है. भारतीय शेयर बाजार (सेंसेक्स) का मार्केट कैप 5.18 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. आज सप्ताह के अंतिम दिन भारतीय शेयर बाजार अपना ऑल टाइम हाई बनाकर बंद हुआ. 

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Edited By: India Daily Live
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Courtesy: Social Media

Share Market: भारत के शेयर बाजार ने आज रॉकेट की तेज रफ्तार से उड़ान भरते हुए बड़े-बड़े बाजारों को पीछे छोड़कर इतिहास रच दिया है. आज भारतीय शेयर बाजार इतना उड़ा कि दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बाजार बन गया. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 5.18 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार भारत ने हांगकांग के बाजार को पीछे छोड़ दिया. हॉन्गकॉन्ग के बाजार का मार्केट कैप 5.17 ट्रिलियन डॉलर है.

14 जून को भारतीय शेयर बाजार ने अपना ऑल टाइम हाई बनाया. सेंसेक्स 181.87 अंक उछलकर 76992 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी फिफ्टी 66.7 अंक उछलकर 23465.60 के स्तर पर बंद हुआ.   

दुनिया के 5 सबसे बड़े शेयर बाजार

दुनिया के पांच सबसे बड़े बाजार में भारत नंबर 4 पर है. नंबर वन पर यूएसए का कब्जा है. यूएस मार्केट का मार्केट कैप 56.49 ट्रिलियन डॉलर है. नंबर दो पर चीन का शेयर बाजार है. चीन का मार्केट कैप 8.84 ट्रिलियन डॉलर हैं. वहीं, नंबर तीन पर जापान का शेयर बाजार है. जापान का मार्केट कैप 6.30 ट्रिलियन डॉलर है. वहीं, चौथे पर भारत है. भारतीय शेयर बाजार का मार्केट कैप 5.19 ट्रिलियन डॉलर है. पांचवें नंबर पर हॉंगकॉंग है. हांगकांग शेयर बाजार का मार्केट कैप 5.17 ट्रिलियन डॉलर है.  

भारतीय शेयर बाजार ने इससे पहले 23 जनवरी को हॉन्गकॉन्ग के शेयर मार्केट हैंग सेंग इंडेक्स को पीछे छोड़ा था. हालांकि, इसके बाद भारत के बाजार में गिरावट आई थी जिसके बाद हॉन्गकॉन्ग के शेयर बाजार ने चौथा स्थान फिर से स्थान हासिल कर लिया था.  

4 जून को निवेशकों के डूबे थे 30 लाख करोड़ 

4 जून लोकसभा चुनाव के नतीजे वाले दिन भारत के शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली थी. बाजार 6 परसेंट नीचे तक गिर गया था. इस दिन निवेशकों के लगभग 30 लाख करोड़ रुपये डूब गए थे. हालांकि, अगले 3 दिन में भारतीय शेयर बाजार ने रिकवरी कर ली थी.