COP28 Summit 2023: भारत और चीन दोनों ने शनिवार को कॉप-28 जलवायु शिखर सम्मेलन में 2023 तक दुनिया की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को तीन गुना करने के संकल्प पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया. भारत पहले ही जी-20 की अध्यक्षता के दौरान हुई बैठक में इस संबंध में अपनी प्रतिबद्धता जता चुका है.
मसौदे में था कोयले के इस्तेमाल को खत्म करने का उल्लेख
संयुक्त राष्ट्र की जलवायु वार्ता के दौरान 118 देशों ने 2023 तक वैश्विक नवीकरणनीय ऊर्जा क्षमता को तीन गुना करने की प्रतिबद्धता जताई. भारतीय प्रतिनिधिमंडल के एक सूत्र ने कहा कि भारत ने प्रतिबद्धता मसौदे पर हस्ताक्षर करने से परहेज किया क्योंकि मसौदे में कोयले के इस्तेमाल को चरणबद्ध तरीके से खत्म करने का उल्लेख था, जिसका वह समर्थन नहीं करता.
जीवाश्म ईंधन को चरणबद्ध तरीके से खत्म करने पर सहमत भारत
भारत अन्य देशों से कोयले के इस्तेमाल को चरणबद्ध तरीके से कम करने के लिए समझौते के बजाय सभी जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल को चरणबद्ध तरीके से बंद करने के लिए सहमत होने को कह रहा है. सूत्रों ने कहा कि भारत सितंबर में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में नवीकरणीय ऊर्जा क्षमताको तीन गुना करने पर पहले ही एक समझौता कर चुका है.
कॉप-28 के दौरान जताई गई प्रतिबद्धता में कोयला आधारित बिजली उत्पादन को चरणबद्ध तरीके से बंद करने और नए कोयला आधारित बिजली संयंत्रों की फंडिंग को समाप्त करने का आह्वान किया गया है.