नई दिल्ली: वैज्ञानिकों की ओर से किये गए नए रिसर्च में इस बात की जानकारी सामने आयी है कि पृथ्वी की 71 फीसदी सतह पानी से ढकी हुई है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर धरती पर इतना पानी आया कहां से ? पिछले कुछ वर्षों में वैज्ञानिक सिद्धांतों के मुताबिक पानी एस्टेरॉयड से आया है या फिर पृथ्वी ने अपना पानी खुद बनाया है. अब रिसर्चरों ने इस रहस्य के खुलासे में एक और कदम आगे बढ़ाया है. वैज्ञानिकों के मुताबिक पृथ्वी का निर्माण शुरुआत में सूखी और चट्टानी सामग्रियों से हुआ था.
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कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के रिसर्चर के मुताबिक धरती का निर्माण सूखी चट्टानों से हुआ है. इससे साफ है कि पानी हमारे ग्रह के बनने के बाद पहुंचा. शोधकर्ताओं का कहना है कि उनके नए शोध के नतीजे धरती के निर्माण से जुड़ी कई गुत्थियों को सुलझाने में मदद करेंगे. वैज्ञानिकों के मुताबिक, पृत्वी का निर्माण साढ़े चार अरब साल पहले हुआ था. वैज्ञानिक धरती के निर्माण की गुत्थी को सुलझाने के लिए पृथ्वी की गहराई में पाए जाने वाले मैग्गा की जांच करेंगे.
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मैग्मा का अध्ययन करके वैज्ञानिक पृथ्वी की परतों और संरचना और हर परत में मौजूद चीजों के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं. पृथ्वी का निर्माण तुरंत नहीं हुआ बल्कि समय के साथ अलग-अलग सामग्रियों के संयोजन होने से इस ग्रह का विकास हुआ. इस शोध में धरती की गहराई में पानी समेत अन्य तत्वों का पता लगाया है. रिसर्च के अगले चरण में पृथ्वी समेत सौर मंडल के अन्य चट्टानी ग्रहों के निर्माण का पता लगाया जा सकेगा.