Types Of Bank Account: बैंक. जहां लगभग सभी का अकाउंट होता है. पैसा रखने के लिए. आपके पास भी होगा. भारत में अलग-अलग प्रकार के बैंक अकाउंट होते हैं. आप बैंक अकाउंट में पैसा रखते हैं तो बैंक आपको इंटरेस्ट भी देता है लेकिन इंटरेस्ट के साथ आपको इनकम टैक्स को टैक्स भी देना पड़ सकता है. इसलिए सोच समझकर बैंक खाते का प्रकार चुनना पड़ता है. बहुत से लोगों को मालुम ही नहीं होता कि उनका बैंक खाता किस प्रकार का है. आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आखिर बैंक अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं और उनकी खासियत क्या होती है.
कितने प्रकार के होते हैं बैंक अकाउंट How many types of bank accounts are there?)
बैंक अकाउंट के प्रकार निम्नवत दिए गए हैं.
- बचत खाता (Savings Account)
- चालू खाता (Current Account)
- सावधि जमा खाता (Fixed Deposit Account)
- आवर्ती जमा (Recurring Deposit Account)
- एनआरआई खाता (NRI Account)
- डीमैट खाता (DEMAT Account)
- वरिष्ठ नागरिक खाता (Senior Citizens Account)
- वेतन खाता (Salary Account)
आइए अब बैंक अकाउंट के प्रकार को डीटेल में जानते हैं.
सेविंग अकाउंट ( Saving Account)
किसी भी बैंक में सेविंग अकाउंट भारत का कोई भी नागरिक खुलवा सकता है. यह व्यक्तिगत या संयुक्त रूप से खुलवाया जा सकता है. इसे ओपन कराने के पीछे का उद्देश्य बचत होता है. बचत के लिए लोग इसे ओपन करवाते है.
बचत बैंक खाते की विशेषताएं (Features of Savings Bank Account)
- सेविंग बैंक अकाउंट में पैसा जमा करने की कोई सीमा नहीं होती है. आप जितनी बार चाहे उतनी बार पैसा जमा कर सकते हैं.
- सेविंग बैंक अकाउंट में पैसे निकालने की लिमिट होती है. हर एक बैंक अपने ग्राहकों को एक लिमिट देते हैं कि आप महीने में 4, 5, 6, 7 या 8 बार ही पैसे निकाल सकते हैं. अलग-अलग बैंक अपने ग्राहकों को अलग-अलग लिमिट देते हैं.
- सेविंग अकाउंट को जीरो बैलेंस में भी खुलवाया जा सकता है.
- बचत खाते में बैंक ग्राहकों को 4 से 8 प्रतिशत तक का ब्याज भी देता है.
- बचत यानी सेविंग अकाउंट में आपको इंटरनेट बैंकिंग की भी सुविधा दी जाती है.
- खाताधारक को ATM कार्ड दिया जाता है, जिसका इस्तेमाल करके वो नगद निकाल सकते हैं. और ऑनलाइन शॉपिंग भी कर सकते हैं.
- बचत खाता विद्यार्थियों, पेशेवर कामगर, गृहणियों और पेंशनधारकों के लिए उपयुक्त होता है.
चालू खाता (Current Account)
करंट अकाउंट बैंक खाते का एक ऐसा दूसरा प्रकार है जो बचत के उद्देश्य से नहीं खुलवाया जाता है. मुख्यतः: यह उद्योगपतियों के लिए होता है. बिजनेस के लिए होता है. क्योंकि किसी भी कंपनी में हजारों लाखों ट्रांजैक्शन होते हैं.
क्या है करंट बैंक अकाउंट की विशेषता (What are the features of current bank account?)
- इस प्रकार का अकाउंट बिजनेसमैन, किसी संगठन, संस्थान, कंपनियों, धार्मिक संस्थाओं और अन्य व्यवसाय-संबंधित कार्यों के लिए होता है.
- करंट अकाउंट धारक अपने खाते में अनगिनत बार पैसे जमा और निकाल सकता है.
- करंट बैंक अकाउंट में भी खाताधारकों को इंटरनेट बैंकिंग फैसिलिटी उपलब्ध कराई जाती है.
- करंट अकाउंट में बैंक खाताधारक को कोई ब्याज नहीं देते हैं.
- करंट अकाउंट के ग्राहकों को ओवरड्राफ्ट सुविधा प्रदान की जाती है. इसका मतलब होता है कि अगर आपके खाते में 10 लाख रुपए हैं और आपको 12 लाख चाहिए तो आप 12 लाख रुपए निकाल सकते हैं. फिर बाद में आपको 2 लाख रुपए देने होंगे.
सावधि जमा खाता (What is Fixed Deposit Account)
फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट ऐसा बैंक अकाउंट का प्रकार है जिसमें ग्राहकों को एक निश्चित अवधि के लिए अपने पैसे फिक्स करने की सुविधा दी जाती है. इसमें बैंक अपने ग्राहकों को सेविंग की अपेक्षा ज्यादा ब्याज देता है.
क्या है फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट की विशेषता?(What are the features of fixed deposit account?)
- इस प्रकार के खाते में आप एक बार में पैसा जमा करते हैं और एक ही बार में पूरा निकाल भी सकते हैं.
- बैंक सावधि जमा खाता के तहत खाताधारक को एक निश्चित समय के लिए पैसे जमा करने की सुविधा देता है. समय पूरा होने पर बैंक ग्राहक को ब्याज के साथ पैसा देता है.
- फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट में ब्याज दर आपके पैसे और अवधि पर निर्भर करती है कि आपने कितने पैसे कितने समय तक के लिए फिक्स किए हैं.
- जरूरत पड़ने पर मेच्योरिटी डेट से पहले अपना फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट से पैसे निकालना चाहते हैं तो निकाल सकते हैं.
आवर्ती जमा (What is Recurring Deposit Account in Hindi)
आवर्ती जमा खाता एक ऐसा अकाउंट प्रकार होता है जिसमें खाता धारक को एक निश्चित समय के लिए हर महीने एक निश्चित धनराशि जमा करनी पड़ती है. ये फिक्स्ड अकाउंट का ही एक प्रकार का वर्जन है. फिक्स्ड अकाउंट में एक बार में पैसा जमा करना होता है. इसमें जितने मैच्योरिटी तक हर महीने पैसे जमा करना पड़ता है.
क्या है आवर्ती जमा खाते की विशेषता? (What are the features of recurring deposit account?)
- इस प्रकार के खाते में बैंक ग्राहकों को ब्याज दर देता है.
- आरडी अकाउंट व्यक्तिगत रूप से खुलवाया जा सकता है. अगर आप कोई संस्था चलाते हैं तो उसकी भी RD करा सकते हैं.
- अलग-अलग बैंक RD अकाउंट पर अलग-अलग ब्याज देते हैं.
- यह अकाउंट 6 महीने से लेकर 120 महीनों तक के लिए खोला जाता है. मान लीजिए अगर आपने 2 साल की RD कराई है तो मैच्योरिटी होते ही पैसा आपके सेविंग अकाउंट में आ जाएगा और ये खाता बंद हो जाएगा.
- समय से पहले रकम निकालने पर बैंक जुर्माने के तौर पर कुछ पैसा काट भी सकता है.
डीमैट खाता (What is DEMAT Account in Hindi)
इस प्रकार का खाता शेयर मार्केट में के लिए ओपन किया जाता है. इस प्रकार के अकाउंट दो डिपॉजिटरी संस्थानों, नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड द्वारा ओपन किए जाते हैं.
क्या है डीमैट खाता की विशेषता? (What are the features of Demat account?)
- इस प्रकार का अकाउंट शेयर और सिक्योरिटी को आसान बनाने के लिए होते हैं.
- ये शेयर को बेचने और खरीदने की सहूलियत प्रदान करते हैं.
- डीमैट खाता खोलने के लिए केवाईसी कराने की जरूरत होती है.
- ट्रेडर कहीं से भी इसका इस्तेमाल कर सकता है.
- ट्रांजैक्शन प्रोसेस में ज्यादा पेपरवर्क की जरूरत नहीं पड़ती है. क्योंकि अधिकतर चीजें ऑनलाइन ही होती हैं.
एनआरआई खाता (What is NRI Account in Hindi)
सरकारी और प्राइवेट बैंक अपने ग्राहकों को एनआरआई खाता ओपन कराने का विकल्प देते हैं. इस प्रकार का खाता उन भारतीयों को लिए होता है जो मूल रूप से भारत के हैं लेकिन नौकरी विदेश में करते हैं.
एनआरआई खाते की विशेषताएं ( What are the Features of NRI Account in Hindi)
- एक एनआरआई खाते से आप एक भारत या फिर किसी दूसरे देश से भारत में पैसे भेज सकते हैं. अगर कोई आपको विदेश से पैसा डॉलर में भेज रहा है तो एनआरआई खाते में आने के बाद यह भारतीय रुपयों में कन्वर्ट हो जाते हैं.
- इस खाते के जरिए विदेशों में रह रहे भारतीय भारत में निवेश कर सकते हैं.
वरिष्ठ नागरिकों का खाता (Senior Citizens’ Account)
ये खाता उन नागरिकों के लिए होता है जिनकी उम्र 60 साल से अधिक हो चुकी होती है. सिनियर सिटिजन अकाउंट ज्यादातर चत खाते का प्रकार होता है. खाताधारकों को बैंक ब्याज भी देता है. यह खाता केवल भारत में रह रहे नागरिकों के लिए वैध है. यह खात संयुक्त रूप से खोला जा जाता है.
वेतन खाता (Salary Account in Hindi)
इस प्रकार का बैंक अकाउंट सैलरी के लिए बनाया जाता है. कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए सैलरी अकाउंट ओपन करवाती हैं. ताकी वेतन भेजने में किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो. इस प्रकार के खाते में कर्मचारियों को कई प्रकार की सुविधाएं दी जाती है.