नई दिल्ली: भारत में परिवहन का सबसे आसान और सस्ता साधन रेलवे माना जाता है. रेलगाड़ियों की मदद से लाखों लोग हर दिन देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में जाते हैं. देश के तमाम बंदरगाहों से सामान की ढुलाई के लिए भी सबसे ज्यादा इस्तेमाल रेलमार्ग का ही किया जाता है. रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी है कि इस साल रेलवे की कमाई रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. रेलवे की कमाई यात्रियों के टिकट, माल ढुलाई के किराए, विज्ञापनों और अन्य संसाधनों को किराए पर देने से होती है.
केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि वित्त वर्ष 2023-24 में रेलवे की कुल कमाई 2.56 लाख करोड़ रुपये रही है. यह एक साल में रेलवे की सबसे ज्यादा कमाई है. इससे पहले, एक साल में अधिकतम कमाई का रिकॉर्ड 2.40 लाख करोड़ रुपये था. इस कमाई में सबसे ज्यादा हिस्सा माल ढुलाई से होने वाली आय का रहा है.
#IndianRailways on a Hi-Growth path! pic.twitter.com/3BQuUGcsVM
— Ashwini Vaishnaw (मोदी का परिवार) (@AshwiniVaishnaw) April 1, 2024
अश्विनी वैष्णव ने एक ट्वीट करके बताया है कि रेलवे ने साल 2023-24 में कुल 5300 किलोमीटर की पटरियां बिछाई हैं. इसके अलावा, इसी समय के दौरान कुल 1591 मिलियन मीट्रिक सामान की ढुलाई की गई है. माल ढुलाई और यात्री किराए समेत सभी आय स्रोतों से रेलवे ने कुल 2.56 लाख करोड़ रुपये कमाई हुई है. यह कमाई आकर्षक इसलिए भी है कि रेल मंत्रालय का आंतरिक और अतिरिक्त बजटीय संसाधन साल 2023-24 में 52,783 करोड़ रुपये था. साल 2024-25 के लिए इसे 13,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है.
एक RTI के मुताबिक, रेलवे ने बुजुर्ग यात्रियों को दी जाने वाली छूट को बंद करके भी बंपर कमाई की है. RTI के तहत मिले जवाब में बताया गया है कि सीनियर सिटीजन यात्रियों को टिकट के दाम पर जो छूट दी जाती थी उसे बंद करके रेलवे ने 5800 करोड़ रुपये की कमाई की है. बता दें कि कोरोना महामारी के पहले तक सीनियर सिटिजन को उनके टिकट के दाम पर 40 प्रतिशत छूट मिलती थी. अब यह छूट बंद कर दी गई है.