Business News: कहते हैं कि जब बेटा बड़ा हो जाता है तो वह पिता की रीढ़ बन जाता है. अनिल अंबानी के दोनों बेटे भी अपने पिता की रीढ़ बन गए हैं. दोनों बेटों ने पिता की खोई हुई विरासत को वापस लाने का बीड़ा अपने कंधों पर उठा लिया है. सालों पहले दिवालिया हो चुके अनिल अंबानी के बेटों ने जब से बिजनेस में एंट्री की है अनिल अंबानी की हालत सुधरने लगी है.
कर्ज मुक्त होने की राह पर रिलायंस इंफ्रा
अपने दम पर खड़ा किया 2000 करोड़ का बिजनेस
अनिल के दोनों बेटे पिता के कर्ज के भार को कम करने और साथ ही पिता के कारोबार को फिर से खड़ा करने में जुट गए हैं. उनके बड़े बेटे जय अनमोल ने अपने दम पर अब तक 2000 करोड़ रुपए का बिजनेस खड़ा कर लिया है.
लाइम लाइट से दूर रहने वाले अनिल अंबानी के दोनों बेटों जय अनमोल और अंशुल अंबानी का लक्ष्य अब पिता की कंपनियों पर कर्ज को कम करके कंपनियों में निवेश को बढ़ाना है. अपनी काम में उन्हें काफी हद तक सफलता भी मिली है.
पिता के कर्ज को निपटाने में लगे बेटे
जब से दोनों बेटों ने पिता की कंपनियों को अपने हाथों में लिया है निवेशकों का उनके प्रति रवैया बदलने लगा है और उनकी कंपनियां अब सही दिशा में काम कर रही हैं. अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पॉवर ने वित्त वर्ष 2024-25 के अंत तक खुद को कर्ज मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है. इस दिशा में आगे बढ़ते हुए रिलायंस पॉवर ने हाल ही में ICICI बैंक, डीबीएस बैंक और एक्सिस बैंक के बड़े कर्ज का निपटारा किया है.
कर्ज कम करने के साथ-साथ निवेश पर जोर
यही नहीं रिलायंस पॉवर ने हाल ही में JSW रिन्यूएबल एनर्जी के साथ 132 करोड़ रुपए का करार किया है जिसके तहत महाराष्ट्र के एक 45 मेगावाट के विंड पावर प्रोजेक्ट को JSW Renewable Energy को बेचने जा रही है.
4 नई कंपनियां शुरू करने जा रही रिलायंस इंफ्रा
कंपनियों पर कर्ज कम करने के लिए अनिल और उनके बेटों ने एक प्लान तैयार किया है. वे रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांड (FCCB) के जरिए 350 मिलियन अमेरिकी डॉलर (3000 करोड़ रुपए) जुटाने की तैयारी कर रही है. इस रकम का इस्तेमाल परिवार कर्ज उतारने के साथ-साथ नया बिजनेस शुरू करने पर करेगा. रिलायंस इंफ्रा ने 4 नई कंपनियां भी शुरू करने का फैसला किया है.
दरअसल, रिलायंस इंफ्रा अपने विस्तार पर फोकस कर रही है जिसके तहत कंपनी नई कंपनियां बना रही है. इन सहायक कंपनियों का मकसद किसी भी तरह के ईंधन का इस्तेमाल कर परिवहन वाहनों के पुर्जों की मैन्युफैक्चरिंग डील करना है. अनिल के दोनों बेटे भविष्य के कारोबार को देखते हुए योजना बना रहे हैं.
गलत फैसलों ने डुबा दी अनिल की नैया
जब अंबानी परिवार का बंटवारा हुआ तो छोटा होने के नाते अनिल के हिस्से में टेलीकॉम, पावर, इंफ्रास्ट्रक्चर और एंटरटेनमेंट जैसी कंपनियां आईं लेकिन बड़ा खिलाड़ी बनने की जल्दी के चलते उन्होंने कुछ ऐसे गलत फैसले लिए जिसके कारण वह कर्ज के बोझ में दब गए. चीनी बैंकों से कर्ज लेने के मामले में उन्हें लंदन की कोर्ट में पेश होना पड़ा, जहां उन्होंने खुद को दिवालिया करार दिया. उनकी हालत ऐसी हो गई कि वकील की फीस भरने के लिए उन्हें पत्नी के गहने तक बेचने पड़े.
अनिल के पास कितनी संपत्ति और कितना कर्ज
फरवरी 2023 में अनिल अंबानी की कुल संपत्ति लगभग 250 करोड़ रुपए थे. मुंबई में अनिल अंबानी का 17 मंजिला घर है. वहीं कर्ज की बात करें तो अनिल अंबानी पर गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर पर टर्म लोन के रूप में 2253 करोड़ रुपए और 703 करोड़ रुपए का लोन है. उनकी कंपनी पर येस बैंक का 1505 करोड़ रुपए का टर्म लोन है. इसके अलावा उन पर IDBI बैंक का 600 करोड़, जम्मू एंड कश्मीर बैंक का 82 करोड़ और एक्सिस बैंक का 66 करोड़ रुपए का कर्ज है.