Haryana Govt Wheat Seed Subsidy: किसानों के लिए बहुत अच्छी खबर है. अब गेंहूं के बीच पर उन्हें 1000 की सब्सिडी मिलेगी. हालांकि यह पूरे देश में नहीं है बल्कि एक खास राज्य के लिए है. लेकिन इसके पीछे एक बड़ी वजह है. हम बात कर रहे हैं हरियाणा की. हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि हरियाणा सरकार दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में बिगड़ती वायु गुणवत्ता पर चिंताओं को दूर करते हुए पराली न जलाने वाले किसानों को 1,000 रुपये प्रति एकड़ प्रदान कर रही है.' ये ऐलान उन्होनें
राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ बैठक के बाद किया है. इसके माध्यम से सरकार किसानों को पराली जलाने से रोकना चाहती है.
हमारी सरकार पराली न जलाने पर प्रति एकड़ 1,000 रुपये दे रही है और हम इस राशि को और बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं. मैंने हाल ही में एक बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया कि अगर सब्सिडी बढ़ाने की जरूरत है, तो उन्हें ऐसा करना चाहिए.
वो कहते हैं कि किसानों से पराली न जलाने की सरकार की अपील पर जोर दिया जा रहा है. आश्वासन दिया कि प्रशासन रीपर और बेलर जैसे आवश्यक उपकरणों के प्रावधान में रफ्तार लाने की लाएगा. उन्होंने कहा, 'हमने किसानों को कई सुविधाएं दी हैं. पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने हमारे पराली प्रबंधन की प्रशंसा की थी और हमने किसानों से पराली न जलाने का आग्रह किया है.
इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने पराली जलाने के खिलाफ पर्याप्त कार्रवाई न करने के लिए हरियाणा और पंजाब सरकारों की आलोचना की और कहा कि सभी नागरिकों को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त वातावरण में रहने का मौलिक अधिकार है'.
जस्टिस अभय एस ओका, अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने पराली जलाने में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की कमी पर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि कुछ मामलों में केवल नाममात्र का जुर्माना लगाया जा रहा है.
इस बीच, हरियाणा पुलिस ने कैथल जिले में पराली जलाने के आरोप में अब तक 18 किसानों को गिरफ्तार किया है, जबकि 22 किसानों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं. यह मुद्दा बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच उठा है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) सहित राजनीतिक दल एक-दूसरे पर प्रदूषण के प्रबंधन के लिए पर्याप्त उपाय लागू करने में विफल रहने का आरोप लगा रहे हैं, क्योंकि बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के आंकड़े को पार कर गया, जिसे 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा गया.