गुल्लक के मिश्रा परिवार पर नई आफत आ गई है. उन्हें नगर निगम ने घर के नक्शे को लेकर एक नोटिस भेज दिया है, जिसके बाद से ही अन्नू मिश्रा घबरा गए हैं. उनकी सरकारी नौकरी तो लगी नहीं लेकिन मुसीबत अलग से आ गई. अमन मिश्रा का पढ़ाई में मन तो लगने लगने लगा है कि लेकिन परिवार पर आई मुसीबत से निपटने का प्लान उनके पास है नहीं. अब इसी तरह आप भी टेंशन में न आएं इसलिए जान लीजिए कि घर के नक्शे को नगर निगम से पास कराने की जरूरत क्यों होती है.
अगर आप घर बनाना चाहते हैं तो आपको नगर निगम या ग्रामीण प्राधिकरण से इसकी मंजूरी जरूर ले लेनी चाहिए. अगर आप ये काम कर लेंगे तो आपके घर पर बुलडोजर कभी नहीं चलेगा. मकान के नक्शे के लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और इंजीनियर आपके नक्शे को तैयार कर देता है. इसके लिए जिस्ट्रेशन कराना जरूरी होती है.
शहर से लेकर कस्बों तक के लिए ये नियम जरूरी हैं. अगर आप इनका उल्लंघन करते हैं तो कभी भी आपको निगम से नोटिस मिल सकता है. यह आपकी ही सुरक्षा के लिए जरूरी है. अगर आप अपने मन से नक्शा तैयार कराते हैं तो खामियां हो सकती हैं, भवन कमजोर हो सकता है. अगर इंजीनियर यही काम करेगा तो वह ज्यादा सुरक्षित है.
- अगर आपके घर में जरा सा भी चूक है और सुरक्षा मानकों का ख्याल नहीं रखा गया है, या कोई अनियमितता है तो आपका घर भी सरकार गिरवा सकती है या भारा जुर्माना देना पड़ सकता है
- अगर आपका घर 5000 स्क्वार फीट से ज्यादा है तो आपके लिए नक्शा बनवाना जरूरी है. अगर आपके घर से किसी और के घर को नुकसान पहुंचता है तो जुर्माना देना पड़ सकता है.
- नक्शा पास कराने के लिए नगर निगम या ग्राम पंचायत में आवेदन कीजिए. नगर पालिका, नगर निगम या नगर पंचायत ही आपके दस्तावेजों को वेरिफाई करके, नक्शे को अप्रूव करेगा.
- नक्शा पास कराने के लिए आपको तय शुल्क देना होगा. यह 5 हजार से लेकर 10 हजार तक हो सकता है.
- आवेदन फॉर्म, जमीन के दस्तावेज, आधार कार्ड और अन्य जरूरी दस्तावेजों के बिना घर का नक्शा पास नहीं होगा.
- बिना सही नक्शा और मंजूरी के आपके घर भी बुलडोजर चल सकता है. बीएमसी ने जैसे कंगना रनौत के घर पर बुलडोजर चलवाया था.
घर के नक्शे में पानी के निकासी से लेकर बाथरूम और सीढ़ियों तक की सही जानकारी होनी चाहिए. घर में कितनी खिड़कियां होंगी, अंदरुनी स्ट्रक्चर क्या होगा, इसका भी ख्याल रखना जरूरी होगा.