आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पूरी दुनिया में चर्चा और शोध का विषय बना हुआ है. हर तरफ यही चर्चा है कि आने वाला दौर AI का होगा. ऐसे में कुछ निवेशक मोटी कमाई के लिए AI में निवेश करने का विचार बना रहे हैं ताकि भविष्य में उन्हें मोटा रिटर्न मिल सके लेकिन दुनिया की सबसे बड़ी इन्वेस्टमेंट कंपनी गोल्डमैन सैक्स AI में निवेश को लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं दिख रही है.
गोल्डमैन सैक्स का कहना है कि AI में समय और पैसे का निवेश करना आपको निराशाजनक रिटर्न दे सकता है. कंपनी ने ‘Gen AI: Too much to spend, too little benefit’ नाम से इसको लेकर एक रिपोर्ट पेश की है और बताया है कि एआई में निवेश करना क्यों फायदेमंद नहीं है.
महंगी तकनीक, घटिया परिणाम
गोल्डमैन सैक्स में ग्लोबल इक्विटी रिसर्च के प्रमुख जिम कोवेलो का हवाला देते हुए रिपोर्ट कहती है कि एआई तकनीक असाधारण रूप से महंगी है और उन लागतों को उचित ठहराने के लिए इस तकनीक को जटिल समस्याओं को हल करने में सक्षम होना चाहिए, जिसे करने के लिए इसे डिजाइन नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि हमारे अनुभव में एआई के बहुत से बेसिक कार्यों के परिणाम भी निराशाजनक और बेहुदा रहे हैं.
ज्यादा निवेश की जरूरत
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा गूगल के जेमिनी AI ने यूजर्स को उनके सवालों के अजीबोगरीब सुझाव दिए थे जैसे पिज्जा पर गोंद लगाना. वह बेहद बेवकूफाना किस्म के जवाब देता था, जबकि इसको बनाने की लागत बहुत ज्यादा थी. उन्होंने कहा कि एआई में सबसे ज्यादा पैसा उसके बुनियादी ढांचे, हार्डवेयर की जरूरतों जैसे डाटा सेंटर, पावर ग्रिड और चिप पर खर्च होता है.
AI के कारण जाएंगी लाखों नौकरियां
AI के आने से बेरोजगारी बढ़ेगी, लाखों लोगों की नौकरी चली जाएगी? इस सवाल पर मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर डारोन एसेमोग्लू कहते एआई अगले दशक में अमेरिका में उत्पादकता में केवल 0.5% की वृद्धि करेगा और आर्थिक विकास को केवल 0.9% तक बढ़ावा देगा. उन्होंने कहा कि एआई के कारण निकट भविष्य में ज्यादा संख्या में नौकरियां नहीं जाएंगी क्योंकि विनिर्माण या खनन जैसी बहुत सारी नौकरियां बहुआयामी हैं और इनमें वास्तविक दुनिया की बातचीत की आवश्यकता होती है.
केवल मानसिक कार्य वाली नौकरियों पर पड़ेगा प्रभाव
एआई के कारण केवल शुद्ध मानसिक कार्य वाली नौकरियों पर प्रभाव पड़ेगा लेकिन नौकरियां जाने की संख्या ज्यादा नहीं होगी. हालांकि सभी विशेषज्ञ इस रिपोर्ट को लेकर निराशावादी नहीं हैं. उनका कहना है कि भले ही AI तकनीक आज महंगी हो लेकिन भविष्य में यह आज की तकनीक की तरह ही काफी किफायती हो जाएगी.