वीडियो वेरिफिकेशन के नाम पर IT एम्पलॉयी को बनाया बेवकूफ, बन गई साइबर क्राइम का शिकार
Cybercrime News: महाराष्ट्र में एक आईटी प्रोफेशनल साइबर अपराधियों का शिकार हुई है. अपराधियों ने युवती को लाखों रुपये का चूना भी लगाया और वीडियो कॉल पर कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया.
Cybercrime News: महाराष्ट्र से आईटी प्रोफेशनल के साथ साइबर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. पुलिस 28 वर्षीय आईटी पेशेवर की शिकायत की जांच कर रही है जिसमें कुछ अज्ञात कॉल करने वालों ने खुद को कूरियम फर्म का प्रतिनिधि और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के अधिकारी के तौर पर पेश करते हुए लाखों रुपये की धोखाधड़ी की. पुलिस ने बताया कि पीड़ित के साथ 13.94 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई जिसे पिछले साल 30 नवंबर और इस साल अप्रैल महीने में अंजाम दिया गया.
धोखाधड़ी का शिकार हुई महिला लाहेगांव की रहने वाली है. पीड़ित युवती ने बताया कि उसे फोन करने वाले शख्स ने खुद को एनसीबी का अधिकारी बताया. शख्स ने फिजिकल वेरीफिकेशन के लिए उसे वीडियो कॉल पर कपड़े उतारने के लिए भी मजबूर किया. पीड़िता ने कहा कि आरोपी ने उसे मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी संबंधों के संदेह में ऐसा करने के लिए उसे बाध्य किया. जांच कर रही एयरपोर्ट पुलिस के क्राइम ब्रांच अधिकारी सरजेराव कुंभार ने कहा कि हमने पीड़िता का बयान दर्ज करने के बाद एफआईआर फाइल कर ली है.
क्राइम ब्रांच के पुलिस अधिकारी कुंभार ने कहा कि हमने आरोपियों पर पीड़िता को जबरदस्ती निर्वस्त्र करने, आईपीसी और आईटी एक्ट के तहत बल प्रयोग करने का मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता को कूरियर फर्म के अधिकारी की ओर से फोन किया गया जिसमें दावा किया गया कि उसके नाम वाले एक पार्सल को ताइवान जाने से रोका गया है जिसमें ड्रग्स, पासपोर्ट, और अन्य आपत्तिजनक चीजों के शामिल होने की बात कही गई. कूरियर वाले अधिकारी ने पीड़िता से कहा कि वह आगे की जांच के लिए एनसीबी अधिकारी के साथ कॉल कनेक्ट कर रहे हैं.
पुलिस ने बताया कि युवती का बयान दर्ज करने के लिए अपराधियों ने उसे वीडियो कॉल पर बुलाया. कॉल पर युवती के मोल और मार्क्स चेक करने के लिए उसे कपड़े उतारने के लिए कहा गया. अपराधियों ने यहीं पर उससे बैंक डिटेल्स ली और उसे पैसा ट्रांसफर करने को कहा. आईटी पेशेवर ने जब उनसे अपने पैसे वापस मांगे तब उन्होंने उससे बातचीत करनी बंद कर दी. तह युवती को धोखाधड़ी का एहसास हुआ तब वह पुणे की साइबर क्राइम पुलिस थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई.