दहशत में चीन और नार्थ कोरिया, जापान ने बना दी ऐसी पावरफुल इलेक्ट्रोमेग्नेटिक ट्रेनगन

Electromagnetic Traingun : दुनिया भर में वर्तमान समय में चल रहे इन युद्धों को देखते हुए हर देश अपने पड़ोसी देशों को लेकर अपनी ताकत बढ़ाने में लगा हुआ हैं. इसी स्थिति को देखते हुए जापान ने एक ऐसा पॉवरफुल हथियार का परिक्षण किया है.

Suraj Tiwari

Electromagnetic Traingun : दुनिया भर में वर्तमान समय ऐसा आ गया है जब दो देशों के बीच युद्ध की स्थिति बनी रह रही है. अभी वर्तमान में रूस और यूक्रन के बीच जंग चल ही रहा था कि इसी बीच इजराइल और फिलिस्तीन समर्थक हमास के बीच जंग चलने लगा है. इन युद्धों को देखते हुए हर देश अपने पड़ोसी देशों को लेकर अपनी ताकत बढ़ाने में लगे हुए हैं. इसी स्थिति को देखते हुए जापान ने एक ऐसा पावरफुल हथियार का परिक्षण किया है. जिसके कारण से चीन और नार्थ कोरिया जैसे देश दहशत में आ सकते हैं.

टेक्नोलॉजी में माहिर माने जाने वाले देश जापान ने एक ऐसे इलेक्ट्रोमेग्नेटिक ट्रेनगन का टेस्ट किया है जिसको लेकर उसके पड़ोसी देशों में दहशत हो सकती है. इस परिक्षण की सबसे खास बात ये है कि ये परिक्षण समुद्री जहाज से की गई है. जहां समुंद्री मोर्चे पर आज तक जापान की कोई सेना नहीं तैनात है. चुकिं ये एक एडवांस्ड वेपन है जिसकी खासियत ये है कि ये जापान की नेवी को खास मजबूती देने में सहायक होगा.

इस वेपेन की ये है खासियत

जापान में टेस्ट हुए इलेक्ट्रोमेग्नेटिक ट्रेनगन एक फास्ट शूटिंग वेपन है. इस वेपन की स्पीड इतनी है कि ये किसी भी मिसाइल को खत्म कर सकता है. इसकी विशेषता ये है कि ये गन पाउडर से नहीं बल्कि इलेक्ट्रिसिटी से चलती है. मतलब बिजली के रफ्तार की तरह ये ट्रेनगन चलता भी है. गन पाउडर से चलने वाले हथियार की अधिकतम स्पीड 5.9 मैक होती है. वहीं इस इलेक्ट्रोमेग्नेटिक ट्रेनगन की स्पीड 8.8 मैक है. यानी गन पाउडर के मुकाबले सस्ते इस इलेक्ट्रिसिटी ट्रेनगन की स्पीड के साथ कई मामलों में आगे हैं.

पहला देश बना जापान

इलेक्ट्रोमेग्नेटिक ट्रेनगन बनाने को लेकर दुनिया का सबसे ताकतवर देश अमेरिका अभी बनाने को सोच रहा था लेकिन सफल नहीं हो पाया, हालांकि जापान ने इस इलेक्टोमेग्नेटिक ट्रेनगन का सफलतापूर्वक परिक्षण कर लिया है. इस हथियार को समुंद्री सीमाओं के अलावा जमीन पर भी तैनात करने की तैयारी है. इस आधुनिक हथियार के सफल परिक्षण से जापान के पड़ोसी देश चीन और नार्थ कोरिया जैसे देशों में दहशत है.

इसे भी पढे़ं-  भारत में जल्दी ही शुरू होने वाला है 'स्काई बस सर्विस', जाने इसके सिस्टम और तकनीक के बारे में