Budget 2024: 1 फरवरी को देश का अंतरिम बजट पेश होना है. बजट को लेकर वित्त मंत्रालय ने पूरी तैयारी कर ली है. बजट तैयार हो गया है. बस उसे संसद में पेश करना रह गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार को बजट पेश करेंगी. बजट में सरकार किसानों से लेकर मिडिल क्लास के लिए कई बड़ी घोषणाएं कर सकती हैं. हालांकि, ये अंतरिम बजट है तो ये भी हो सकता है कि सरकार कुछ सेक्टरों पर ध्यान भी न दें. हालांकि, सरकार आम लोगों के लिए लोकलुभावन घोषणाएं जरूर कर सकती है. इस बजट पर सभी की निगाहें टिकी हुई है. बजट को वित्त मंत्री पेश करते/करती हैं. देश के कुछ ऐसे भी वित्त मंत्री रहे हैं जो अपने पद पर रहते हुए बजट नहीं पेश कर पाए. आइए जानते हैं कि वो कौन से वित्त मंत्री थे जो बजट नहीं पेश कर पाए.
6वीं बार बजट पेश करेंगी निर्मला सीतारमणपहले बात कर लेते हैं वर्तमान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की. अब तक निर्मला सीतारमण 5 बार बजट पेश कर चुकी हैं. 1 फरवरी को वो 6वीं बार देश का बजट पेश करेंगी. उनके नाम देश का सबसे लंबा बजट भाषण 2 घंटे 41 मिनट पढ़ने का रिकॉर्ड भई है. भारत के इतिहास में अब तक 34 वित्त मंत्री बन चुके हैं. आइए अब जानते हैं कि 34 वित्त मंत्रियों में से किसे बजट पेश करने का मौका नहीं मिला.
केसी नियोगीभारत के पूर्व वित्त मंत्री क्षितिज चंद्र नियोगी अपने पद रहते हुए बजट नहीं पेश कर पाए. वो मात्र 35 दिनों के लिए मंत्री बने थे. साल 1948 में उन्होंने वित्त मंत्री का पदभार संभाला था. पद संभालने के 35 दिनों के भीतर ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसलिए उन्हें बजट पेश करने का मौका नहीं मिला. केसी नियोगी स्वतंत्र भारत के दूसरे वित्त मंत्री थे.
एच एन बहुगुणा को भी नहीं मिला था बजट पेश करने का मौककेसी नियोगी के बाद बजट न पेश करने वाले वित्त मंत्रियों में एक नाम एच एन बहुगुणा का भी है. उनका पूरा नाम हेमवती नंदन बहुगुणा है. सन 1979 में उन्होंने वित्त मंत्री का पदभार संभाला था. उनका कार्यकाल 5 महीने का ही था. और आगे चलकर 8 नवंबर 1973 को उन्होंने उत्तर प्रदेश के 8वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी.