ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सरकार लाई Bima Sakhi Yojana
Bima Sakhi Yojana LIC Scheme: बीमा सखी योजना भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) द्वारा ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए लॉन्च की गई है. इस योजना के तहत 18-70 वर्ष आयु की महिलाएं, जिन्होंने कम से कम 10वीं कक्षा पास की है, लाइफ इंश्योरेंस एजेंट (बीमा सखी) के रूप में ट्रेनिंग प्राप्त करेंगी. योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें रोजगार प्रदान करना है.
Bima Sakhi Yojana LIC Scheme: बीमा सखी योजना भारत सरकार की एक अहम पहल है, जिसे भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें रोजगार देने के उद्देश्य से लॉन्च किया है. महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है, इस योजना का मुख्य उद्देश्य है. यह खासकर उन क्षेत्रों में ज्यादा कारगर रहेगी जहां महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर सीमित हैं. इस योजना के तहत, 18 से 70 वर्ष आयु की महिलाओं को लाइफ इंश्योरेंस एजेंट (बीमा सखी) के तौर पर ट्रेनिंग दी जाएगी. ये ट्रेनिंग उन्हें ही मिलेगी जिन्होंने कम से कम 10वीं कक्षा पास की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस योजना का शुभारंभ सोमवार को हरियाणा के पानीपत से करेंगे.
ट्रेनिंग और इम्प्लॉयमेंट: इस योजना के तहत पूरे भारत में एक लाख महिलाओं को लाइफ इंश्योरेंस एजेंट के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी. इन महिलाओं को न केवल इंश्योरेंस इंडस्ट्री के बारे में जानकारी दी जाएगी बल्कि ये बीमा पॉलिसी बेचने और अपनी कम्यूनिटी में फाइनेंशियल लिट्रेसी को बढ़ाने के लिए भी मदगग करेगी.
फाइनेंशियल सपोर्ट: ट्रेनिंग पीरियड के दौरान इन महिलाओं को मंथली अलॉयंस भी मिलेगा जिससे वो अपनी ट्रेनिंग पूरी करने के दौरान आर्थिक रूप से सक्षम रहें.
कितना मिलेगा भत्ता: इस स्कीम में पहले वर्ष में 7,000 रुपये, दूसरे वर्ष में 6,000 रुपये और तीसरे वर्ष में 5,000 रुपये भत्ता दिया जाएगा.
ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना: बीमा सखी योजना का उद्देश्य खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को स्टेबल इनकम सोर्स देना है क्योंकि यहां महिलाओं के पास रोजगार के अवसर काफी कम होते हैं. ऐसे में ये योजना उनके लिए काफी मददगार रहेगी. इस योजना से महिलाओं को अपने परिवारों के लिए पैसे कमाने का ऑप्शन मिलेगा.
बीमा सखी योजना भारत सरकार की महिला सशक्तिकरण और वित्तीय रूप से सक्षम होने के लिए एक अहम कदम है. यह योजना ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में महिलाओं को रोजगार प्राप्त करने और आत्मनिर्भर बनने में मदद करती है.