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रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 42 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, क्या बोल गया शार्क टैंक का ये जज?

Anupam Mittal: शार्क टैंक के जज और शादी डॉट कॉम के फाउंडर अनुपम मित्तल ने रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने पर सवाल पूछा है. उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों की नौकरी चली गई फिर भी मीडिया, राजनीतिक और आर्थिक हलकों में इस पर कोई बात नहीं हुई. यह चिंताजनक है.

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Edited By: India Daily Live
Anupam Mittal
Courtesy: Social Media

Anupam Mittal: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ( आरआईएल ) ने हाल ही में हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है.  निकाले गए कर्मचारियों की संख्या लगभग 42,000 है.  यह संख्या रिलायंस में काम करने वाले कुल कर्मचारियों की संख्या का 11 फीसदी है. इतने बड़े ले-ऑफ पर शार्क टैंक के जज और शादी डॉट काम के फाउंडर अनुपम मित्तल की प्रतिक्रिया सामने आई है. अनुपम ने कहा है कि इतनी नामी कंपनी की ओर से ऐसा कदम उठाया जाना सच में हैरान करने वाला है. 

अनुपम ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों की नौकरी चली गई जिस पर किसी ने बात नहीं की, कोई शोर - शराबा नहीं हुआ. उन्होंने मीडिया से भी सवाल पूछा 42K? इस पर इतनी शांति क्यों है? आर्थिक और राजनीतिक हलकों में इसे गंभीर खतरे के रूप में लेना चाहिए. अनुपम मित्तल ने इस पर चिंता और आश्चर्य जताया है . 

 

कंपनी का व्यावसायिक फैसला 

रिलायंस द्वारा ले-ऑफ किए जाने पर एक यूजर ने लिखा कि जिन लोगों की छंटनी हुई है वे रिटेल सेक्टर से संबंधित थे या पार्ट-टाइम वर्कर थे.  हालांकि कंपनी ने दूसरे क्षेत्रों में 1.7 लाख से ज्यादा लोगों को नौकरी दी है. शायद कंपनी का मैनेजमेंट वर्क फोर्स में बदलाव चाहता है. इस पर राजनीतिक लोगों द्वारा ध्यान की क्या जरूरत है? कंपनी का यह व्यावसायिक फैसला है. 

मित्तल ने दिया जवाब

मित्तल ने इसका जवाब देते हुए लिखा कि मेरा मतलब है कि अगर हमारी सबसे बड़ी कंपनियाँ कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं तो नौकरी की स्थिति और भी खराब हो जाएगी.  हमें पहले से ही हर साल 8-10 मिलियन नई नौकरियों की जरूरत है.  मैं यह नहीं कह रहा हूँ कि उन्हें रिलायंस के साथ इस मुद्दे को उठाने की ज़रूरत है बल्कि मैं कह रहा हूँ कि हमें एक ऐसी नीतिगत योजना की जरूरत है जो कारगर हो.

कंपनी ने क्यों लिया यह फैसला?

इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने पिछले वर्ष की तुलना में 2023-24 वित्तीय वर्ष में दौरान 42,000 लोगों को नौकरी से निकाला है. कंपनी रिटेल सेक्टर के अंदर अपनी परिचालन क्षमताओं को बेहतर करना चाहती है इसलिए यह फैसला किया गया है. रिलायंस की एनुअल रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी ने इस दौरान 1,70,000 नए कर्मचारियों की भर्ती भी की है.