Champions Trophy 2025

'अमृत भारत' से बदलेगा भारतीय रेल का स्वरूप, जानें क्या होगी इसकी खासियत

Amrit Bharat Express : नए वर्ष से पहले प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या से कई शहरों के लिए नई ट्रेनों की हरी झंडी दिखाने वाले हैं. वह इस दौरान एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन का भी उद्घाटन करने वाले हैं. 

Amrit Bharat Express : अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर को अयोध्या के कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. इस दौरान वे अयोध्या से चलने वाली कई ट्रेनों को भी झंडी दिखाएंगे. इसमें वे अयोध्या से दरभंगा और मालदा टाउन से बेंगलुरु के लिए अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. इसके साथ ही छह वंदे भारत को देश के अलग-अलग हिस्सों में रवाना करेंगे. 

क्या है ये अमृत भारत ट्रेन?

सेमी हाई स्पीड ट्रेन अमृत भारत के बाद अब देश को अमृत भारत एक्सप्रेस मिलने वाली है. इसकी शुरुआत बिहार के दरभंगा और पश्चिम बंगाल के मालदा से होगी. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि वंदे भारत के बाद अब अमृत भारत को पुश-पुल तकनीक से बनाया गया है. इस ट्रेन को 30 दिसंबर को पीएम मोदी हरी झंडी दिखाएंगे. 

क्या है पुश-पुल तकनीक?

इस तकनीक से लैस ट्रेन में दो इंजन होते हैं. इसमें से एक इंजन ट्रेन को खींचने और एक इंजन ट्रेन को धक्का देने का काम करता है. इसके कारण यह कम समय में अधिक स्पीड पकड़ लेती है. इससे पहले वंदे भारत ट्रेन में इस तकनीक का प्रयोग किया गया था. 

नहीं होंगे एसी डिब्बे

एक रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ट्रेन में एसी डिब्बे नहीं होंगे. इस ट्रेन में सिर्फ सेकेंड, स्लीपर और जनरल क्लास के डिब्बे होंगे. इनका किराया भी कम होगा. इन ट्रेनों को आम जनता को ध्यान में रखकर चलाया जा रहा है. ये ट्रेनें उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, तेलंगाना को जोड़ेंगी. 

इस तकनीक से होगी लैस

अमृत भारत ट्रेन में 22 बोगियां होंगी. इसमें एसी कोच की जगह स्लीपर और जनरल कोच होंगे. इसमें सीसीटीवी कैमरे होंगे. अत्याधुनिक शौचालय भी लगे होंगे. इसके साथ ही सेंसर वाले वाटरटैप होंगे. सुरक्षा के लिहाज से ट्रेन की बोगियां LHB मॉडल की हैं. इस ट्रेन की रफ्तार राजधानी, शताब्दी को टक्कर देगी. यह 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी. 

इनकों ध्यान में रखकर बनाई गई है ये ट्रेन

इस ट्रेन के किराए को लेकर कुछ साफ नहीं किया गया है. यह बेहतरीन सुविधाओं से लैस होगी और सेमी हाईस्पीड ट्रेनों से कम किराए वाली होगी. यह प्रवासी मजदूरों को ध्यान में रखकर चलाए जाने की तैयारी है.