भारत में चीनी सामान से तौबा करने वालों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते एक साल में 45 फीसदी भारतीयों ने चीनी सामान खरीदने से परहेज किया है. हालांकि दूसरा एक पहलू ये भी है कि भारत में सबसे अधिक मेड इन चाइना गैजेट्स की सेल हुई है. ये ब्रांड भले ही अलग-अलग वैश्विक कंपनियों के हों लेकन इनका निर्माण चीन में हुआ है. कई कस्टमर प्रोडक्ट खरीदने से पहले इस बात पर विशेष ध्यान देते हैं कि यह प्रोडक्ट कहां बना है. ऐसे ग्राहकों में चीन में बने उत्पादों को खरीदने में दिलचस्पी कम हो रही है.
लोकल सर्कल्स ने एक सर्वे के आधार पर यह रिपोर्ट जारी की है. सर्वे में लोगों से पूछा गया कि आपने पिछले 12 महीने में चीन में बना कोई प्रोडक्ट खरीदा है? सर्वे में 12767 लोगों को शामिल किया गया जिनमें से 55 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्होंने पिछले 12 महीने में मेड इन चाइना प्रोडक्ट खरीदा, जबकि 45% ने कहा कि उन्होंने चीनी माल से तौबा की.
64% लोग नहीं चलाते चीनी ऐप
सर्वे में शामिल 64% लोगों ने कहा कि वह अपने फोन में कोई चीनी ऐप नहीं चलाते. लोगों ने कहा कि वे गैजेट, इलेक्टॉनिक आइटम, मोबाइल एक्सेसरीज चीनी प्रोडक्ट के तौर पर खरीदते हैं. 63% लोगों ने कहा कि उन्होंने जिओ-पॉलिटिकल टेंशन की वजह से चीनी सामानों को खरीदना कम किया है.
भारतीय विकल्प की क्वालिटी और दाम दोनों बेहतर
सर्वे में शामिल 16% लोगों ने कहा कि चीन के मुकाबले भारतीय सामान की क्वालिटी और दाम दोनों बेहतर हैं. इसके अलावा कस्टमर सर्विस भी अच्छी है. सर्वे में सामने आया कि हर चार में से एक स्मार्टफोन यूजर एक या उससे अधिक चीनी ऐप इस्तेमाल कर रहा है.