साल 2019 में जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था. उससे पहले विधानसभा के आखिरी चुनाव 2014 में हुए. 10 साल बाद जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं लेकिन इस बार एक अंतर है कि जम्मू-कश्मीर अब पूर्ण राज्य नहीं केंद्र शासित प्रदेश बन चुका है. जम्मू-कश्मीर में नए सिरे से परिसीमन होने के चलते चुनावी समीकरण भी काफी बदले हुए हैं.
इस बार के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने दम पर सत्ता पाने की कोशिशों में लगी हुई है. वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस एक बार फिर से गठबंधन बनाकर चुनाव में उतर सकती हैं. हालांकि, सबकी नजरें कई निर्दलीय उम्मीदवारों और स्थानीय पार्टियों के प्रदर्शन पर भी होंगी