हर साल राज्य और केंद्र की सरकारें अपना बजट देश के सामने रखती हैं. इसमें यह बताया जाता है कि अगले एक साल में सरकार कहां-कहां से कितने पैसे कमाने वाली है. साथ ही, यह भी बताया जाता है कि वह इन पैसों को किस तरह से खर्च करेगी. केंद्र सरकार अपनी योजनाओं, उनके लिए बजट और कर्ज का ब्योरा भी इसी बजट में देती है. आमतौर पर बजट मार्च की शुरुआत में पेश किया जाता है लेकिन चुनावी साल में यह बजट दो टुकड़ों में पेश किया जाता है.
चुनावी साल में चुनाव से ठीक पहले जो बजट पेश किया जाता है वह अंतरिम बजट होता है. निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2024 को यह अंतरिम बजट पेश कर चुकी हैं. अब फिर से सत्ता में आने के बाद केंद्र की मोदी सरकार अपना पूर्ण बजट पेश करने की तैयारी में है. नई सरकार में फिर से वित्त मंत्री बनीं निर्मला सीतारमण ने बैठकें भी शुरू कर दी हैं.
इस बजट में सरकार यह बताएगी कि मौजूदा वित्त वर्ष की बाकी तीन तिमाहियों में वह कितना पैसा कमाने वाली है और इन पैसों को किन-किन योजनाओं में किस तरह से खर्च किया जाएगा. इस बार कई तरह के बदलावों की भी उम्मीद जताई जा रही है.