Smartwatch History: आज के समय में स्मार्टवॉच काफी ज्यादा जरूरी और आम हो गई है. लेकिन कुछ साल पहले तक ये लोगों के लिए एक लग्जरी वाली डिवाइस थी. वहीं, 26 साल पहले तक किसी को ये भी नहीं पता था कि स्मार्टवॉच जैसी कोई चीज होती भी है. लेकिन जब Seiko Ruputer आई तब लोगों को पहली बार पता चला कि एक मिनी कंप्यूटर को हाथ में भी पहना जा सकता है. अब आप सोच रहे होंगे कि Seiko Ruputer है क्या, जिसके बारे में हम बात कर रहे हैं. तो चलिए बताते हैं इसके बारे में सबकुछ.
दुनिया की पहली स्मार्टवॉच: Seiko Ruputer, दुनिया की पहली स्मार्टवॉच है जिसे करीब 26 साल पहले यानी 1998 में लॉन्च किया गया था. यह सिर्फ हाथ में पहनने वाली घड़ी नहीं थी बल्कि इस पर एप्लीकेशन्स चलाई जा सकती थीं और इन्हें पीसी से भी कनेक्ट किया जा सकता था. पीसी से कनेक्ट करने के लिए डॉकिंग स्टेशन से इसे कनेक्ट करना होता था.
इस वॉच की स्क्रीन के नीचे एक जॉयस्टिक लगाई गई थी जो 8 डायरेक्शन में काम करती थी. इससे ही स्मार्टवॉच को ऑपरेट किया जाता था. इसकी मदद से आप मेमो लिखना, कैलेंडर अपॉइंटमेंट बनाना और टू डू लिस्ट को अपडेट करने जैसे काम किए जा सकते थे. इस स्मार्टवॉच में गेम खेले जा सकते थे और कैलकुलेटर भी इस्तेमाल किया जा सकता था. इसे OnHand PC भी कहा जाने लगा था.
इसका डिजाइन काफी बल्कि था लेकिन रेक्टेंग्यूलर शेप वाला डिजाइन अच्छा भी लग रहा है. इन दिनों ज्यादा स्मार्टवॉच की बैटरी लाइफ घंटों या दिनों में मापी जाती है. लेकिन Ruputer में ऐसा नहीं था. इस वॉच में रिचार्जेबल बैटरी नहीं थी बल्कि इसे स्टैंडर्ड CR2025 वॉच बैटरी का एक पेयर का इस्तेमाल किया गया था. जब इसमें पावर-मैनेजमेंट सिस्टम को एक्टिवेट किया जाता था तो यह तीन महीने का स्टैंडबाय टाइम देने में सक्षम था. अगर इसमें टाइम चेक करने के अलावा कुछ और किया जाता था तो यह आंकड़ा 30 घंटे तक गिर जाता था.
इसमें 2 इंच का 102 x 64 LCD डिस्प्ले दिया गया था जिसमें अगर आपको कहीं पर कुछ टाइप करना होता था तो जॉयस्टिक से गेम खेलने की तरह टाइपिंग करनी होती थी. कुल मिलाकर यह पहली स्मार्टवॉच काफी कुछ ध्यान में रखकर बनाई गई थी और इसके बाद से अब तक लगातार स्मार्टवॉच को बेहतर और स्टाइलिश ही बनाया गया है.