$ Sign in Keyboard: लैपटॉप और डेस्कटॉप के कीबोर्ड पर बने डॉलर ($) को लेकर चर्चा तेज हो गई है. जब से ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल ने सवाल किया है कि कीबोर्ड पर बने $ को अब तक ₹ में क्यों नहीं बदला गया है, तब से लेकर अब तक X पर इस मामले को लेकर चर्चा तेज हो गई है. लोग अपना-अपना मत रख रहे हैं और इस साइन के महत्व को बता रहे हैं. हर किसी का अपना-अपना लॉजिक है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस साइन को कीबोर्ड में क्यों लाया गया है? अगर नहीं जानते हैं तो यहां हम आपको इसके बारे में बता रहे हैं.
कीबोर्ड में डॉलर ($) का साइन क्यों होता है, इसकी कहानी काफी दिलचस्प है. ऑनलाइन उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, इसे 1778 में ऑलिवर पोलक ने डिजाइन किया गया था. इन्होंने इसे स्पेनिश डॉलर साइन "PS" के मॉडिफाइड वर्जन के तौर पर डिजाइन किया गया था. समय के साथ इस साइन को और मॉर्डन बनाया गया. कीबोर्ड पर इस्तेमाल कई कामों के लिए किया जाता है.
करेंसी: यह अमेरिका समेत कई अन्य देशों की करेंसी है.
कम्यूटिंग: PHP, Perl और Shell स्क्रिप्टिंग जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में $ के साइन को डिनोट वेरिएबल के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है.
बिजनेस और फाइनेंस: इसका इस्तेमाल पैसे, कीमतों या फाइनेंशियल लेनदेन को दिखाने के लिए किया जाता है.
कीबोर्ड लेआउट: टाइपराइटर के शुरुआती दिनों से ही $ साइन को स्टैंडर्ड कीबोर्ड लेआउट में शामिल किया गया है और मॉर्डन कीबोर्ड पर यह एक स्टैंडर्ड की के तौर पर काम करता है.
कुल मिलाकर, $ साइन से कई काम किए जाते हैं. करेंसी को अगर हटाकर भी देखा जाए तो इसे प्रोग्रामिंग और कोडिंग के दौरान इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में इसे एकदम बदल देना संभव नहीं है.