Investment Scam: WhatsApp पर हुई एक गलती ने उड़ा दिए 91 लाख रुपये, कहीं आप तो नहीं कर रहे हैं ये भूल
WhatsApp Investment Scam: Zerodha के CEO नितिन कामथ ने बढ़ते स्टॉक मार्केट स्कैम्स पर चिंता व्यक्त की है. एक हालिया धोखाधड़ी में बेंगलुरु के एक टेक प्रोफेशनल ने 91 लाख रुपये गंवाए. धोखाधड़ी व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए हुई, जो एक फर्जी ट्रेनिंग प्लेटफॉर्म था. कामथ ने ऑनलाइन सुरक्षा के लिए सतर्क रहने और प्राइवेसी सेटिंग्स को कस्टमाइज करने की सलाह दी.
WhatsApp Investment Scam: Zerodha के CEO नितिन कामथ ने सोशल मीडिया पर बढ़ते स्टॉक मार्केट स्कैम्स पर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने हाल ही में एक बड़े स्कैम के बारे में बताया जिसमें उन्होंने 91 लाख रुपये गंवा दिए. इसमें एक व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए धोखा दिया गया. यह ग्रुप एक वैध ट्रेनिंग प्लेटफॉर्म के रूप में सामने आया, जिसने स्टॉक मार्केट की जानकारी देने का वादा किया था, लेकिन बदले में एक फर्जी ऑनलाइन कॉम्पेटीशन में वोट मांग रहा था.
बेंगलुरु के एक टेक प्रोफेशनल ने इस धोखाधड़ी में 91 लाख रुपये गंवा दिए. यह घटना साइबर क्राइम के बढ़ते खतरे और ऑनलाइन सुरक्षा उपायों के महत्व को उजागर करती है. कामथ ने अपनी पोस्ट में इस बात पर जोर दिया कि ऑनलाइन सतर्कता रखना कितना जरूरी है और निवेशकों को सुरक्षित रखने के लिए एक अहम सिक्योरिटी टिप भी दी.
कामथ ने लिखा, “इन धोखाधड़ी की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. पिछले 9 महीनों में 11,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के स्कैम हो चुके हैं. मुझे डर है कि जब स्कैमर एआई का इस्तेमाल करेंगे, तो यह और भी बड़ा हो सकता है. एक बात जो आप कर सकते हैं, वह है अपने व्हाट्सएप और टेलीग्राम सेटिंग्स को इस तरह से बदलना कि अजनबी आपको ग्रुप्स में न जोड़ सकें. इसके लिए स्क्रीनशॉट शेयर कर रहा हूं.”
कामथ ने व्हाट्सएप सेटिंग्स का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया, जिससे यह पता चलता है कि कैसे आप अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स को कस्टमाइज कर सकते हैं जिससे अजनबी आपको ग्रुप्स में न जोड़ सकें.
ऑनलाइन स्कैम से बचने के उपाय:
-
स्टॉक मार्केट में अगर कोई ज्यादा लाभ देने का वादा करने वाली कोई भी मैसेज या कॉल से सतर्क रहें.
-
किसी भी निवेश के अवसर पर पैसा लगाने से पहले उसकी पूरी जानकारी लें. वैध निवेश कंपनियां पूरी जानकारी उपलब्ध कराती हैं और रिसर्च के लिए पूरा समय देती हैं.
-
वैध वित्तीय संस्थान आपको जल्दबाजी में कोई फैसला लेने के लिए दबाव नहीं डालते.
-
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यह सुनिश्चित करें कि कोई अजनबी आपको ग्रुप्स में न जोड़ सके.
-
अगर आपको कोई संदिग्ध एक्टिविटी दिखे, तो तुरंत अधिकारियों को सूचित करें.