WhatsApp पर जीरो-क्लिक हैक चुरा रहा आपका डाटा, यहां जानें बचने के आसान तरीके
WhatsApp Zero-Click Hack: अगर आप Zero-Click Hack के बारे में नहीं जानते हैं तो यहां हम आपको इसके खतरे और इससे बचने का तरीका बता रहे हैं. यह कैसे काम करता है और क्या है, चलिए जानते हैं.
WhatsApp Zero-Click Hack: हम एक ऐसे डिजिटल युग में जी रहे हैं, जहां हम अपने पर्सनल और प्रोफेशनल कामों को पूरा करने के लिए काम करते हैं. इन कामों के लिए घंटों तक ऐप्स और प्लेटफॉर्म्स के बीच जूझते रहते हैं. हालांकि, डिजिटल दुनिया में हमारी प्रेजेंस के साथ-साथ खतरे भी बढ़ रहे हैं. हम अक्सर स्कैम, हैकिंग और अन्य साइबर क्रिमिनल्स के बारे में सुनते हैं. आमतौर पर, नेटिजन्स को संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करने, संदिग्ध फाइलें न खोलने या कोई भी संदिग्ध डाउनलोड करने से बचने की सलाह दी जाती है.
लेकिन क्या होगा अगर हम आपको बताएं कि अब एक ऐसी नई हैकिंग तकनीक आ गई है, जिसमें हैकर्स बिना किसी लिंक पर क्लिक या फाइल डाउनलोड करने के आपके क्रेडेंशियल्स चुरा लेते हैं? इसे कहते हैं Zero-Click Hack.
क्या है Zero-Click Hack?
जैसा कि नाम से ही साफ होता है, Zero-Click Hack एक तरह का साइबर अटैक है जिसमें हैकर्स किसी यूजर की डिवाइस में बिना किसी इंटरएक्शन के घुस जाता है. ट्रेडिशनल फिशिंग हमलों के अलावा इसमें यूजर्स को संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने या मालिशस फाइलें डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है.
कैसे काम करता है Zero-Click Hack?
Zero-Click अटैक अक्सर मैसेजिंग ऐप्स, ईमेल क्लाइंट्स या मल्टीमीडिया प्रोसेसिंग फंक्शन्स में मौजूद कमियों का फायदा उठाते हैं. हैकर्स इन कमजोरियों का इस्तेमाल करके इलेक्ट्रॉनिक डॉक्यूमेंट्स भेजते हैं, जिन्हें बिना खोले या इंटरएक्ट किए डिवाइस प्रोसेस कर लेता है और इससे हैकर्स को सेंसिटिव डाटा जैसे मैसेज, कॉल, फोटो, माइक्रोफोन और कैमरा तक एक्सेस मिल जाता है. इससे हैकर्स आसानी से सभी आवश्यक डाटा चुरा सकते हैं.
कैसे रहें सुरक्षित?
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नए अपडेट न केवल नई सर्विसेज लाते हैं, बल्कि सिक्योरिटी बग और कमजोरियों को भी ठीक करते हैं.
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इससे यह सुनिश्चित होता है कि जैसे ही सुरक्षा पैच उपलब्ध हों, वे तुरंत इंस्टॉल हो जाएं.
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जैसे अचानक बैटरी का तेजी से खत्म होना, ऐप्स का अपने आप चलना या कुछ भी दिखा देना या अनजान यूजर्स से अजीब मैसेज आदि.